60 के बाद भी शरीर रहेगा चुस्त, दुरुस्त और जवां, ले इन टिप्स की मदद

60 की उम्र जीवन का एक अहम पड़ाव होता है। आमतौर पर इस उम्र तक आते आते महिलाओं का शरीर ढ़लने लगता है, तो कई बीमारियां उन्हें घेर लेती हैं। वहीं पुरुष रिटायरमेंट ले लेते हैं और उनके एक्टिविटी लेवल में ब्रेक लग जाता है। कई लोग तो 60 के बाद दुनियादारी और घर परिवार की जिम्मेादारियों में इतना व्य्स्तव हो जाते हैं कि खुद को भूल जाते हैं। चिंता और तनाव के कारण लोगों को तमाम बीमारियां हो जाती हैं और 60 के बाद का आधे से ज्यादा समय इनका इलाज कराने में बीत जाता है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि 60 के बाद शरीर को चुस्त, दुरुस्त और जवां बनाए रखने के लिए क्या किया जाए। 60 की उम्र के बाद, अपना ख्याल रखने के लिए, आप कुछ खास टिप्स की मदद ले सकते हैं।

तन की सेहत

अगर अब तक खुद की सेहत पर ध्यान देना नहीं शुरू किया है तो देर अब भी नहीं हुई है। वैसे भी कहा जाता है जब जागो तभी सवेरा। इसलिए तन की सेहत और जरूरत को ध्यान में रखते हुए आज से ही योजना बना लें। बिस्तर से उठते समय क्या करना है, वॉक करते समय क्या ध्यान रखना है, किसी दूसरे को देखकर टहलने या फिर एक्सरसाइज़ आदि में जोर नहीं लगाना है। ये ऐसी बातें हैं जो हर शख्स के लिए अहम हैं। वहीं, इन सब के लिए मन की मजबूती भी जरूरी है। दरअसल, तन की सेहत और मन की सेहत को अलग करके नहीं देख सकते।

नियमित एक्सरसाइज करें

60 साल की उम्र के बाद हर व्यक्ति को नियमित रूप से एक्सरसाइज करनी चाहिए। जबकि, 60 साल की उम्र पार कर चुके ज्यादातर लोगों को लगता है कि जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा जी चुके हैं। ऐसे में भला उन्हें एक्सरसाइज करके फिट रहने की जरूरत क्या है? इस तरह की सोच आपको नेगेटिविटी से घेरती है। कोशिश करें कि आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। इससे मेंटली और फिजिकली फिट रहने में मदद मिलती है।

7 से 8 घंटे की नींद

रात में सोने से न सिर्फ शरीर रिचार्ज होता है बल्कि शरीर तनाव-रहित होने की कोशिश भी करता है। जब शरीर किसी 60 बरस से ज्यादा उम्र के शख्स का हो तो आराम और भी जरूरी हो जाता है क्योंकि इस समय तक हमारे शरीर में ऊर्जा बनने की प्रक्रिया कुछ धीमी हो जाती है। वहीं हमारी इम्यूनिटी भी कमजोर हो जाती है। सीधे कहें तो शरीर दिनभर में हुई कमी-बेशी को समझने की कोशिश भी करता है। इसलिए नींद की अहमियत बहुत ज्यादा है। एक दिन न सोने से हममें थोड़ा चिड़चिड़ापन आ जाता है।

दालें और अनाज

आपको डाइट में ऐसी दालों और अनाज को शामिल करना चाहिए, जो हल्के और पचाने में आसान हों। तुअर, उड़द और चने की दाल की जगह मूंग की दाल का सेवन करें। ओट, दलिया, ज्वार और बाजरे का सेवन करना चाहिए। ये सभी पचाने में आसान होती हैं, और इनमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और जिंक जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं।

खूब पानी पीएं

बढ़ती उम्र के साथ पानी पीते रहना चाहिए। यह आपको जीवनभर एक्टिव रखने का बेहतरीन नुस्खा है। भले ही मौसम कोई भी हो, प्यास लगे न लगे, हर समय पानी पीएं। डॉक्टर के अनुसार, दिन में कम से कम 2 लीटर पानी पीना बहुत जरूरी है। इससे शरीर स्वस्थ रहेगा।

ब्रेन एक्टिविटी करें

लोग अक्सर फिजिकल फिटनेस पर ज्यादा जोर देते हैं। लेकिन, 60 साल की उम्र के बाद बहुत जरूरी है कि आप मेंटल फिटनेस पर भी जोर दें। इसके लिए, आप कुछ खास किस्म की ब्रेन एक्टिविटीज कर सकते हैं। इसमें इनडोर गेम्स, पजल्स आदि शामिल होते हैं। हां, अकेले इस तरह के गेम्स खेलना बोरिंग हो सकता है। अगर घर में कोई छोटा बच्चा है, तो उनके साथ इस तरह की एक्टिविटी में हिस्सा लें। ऐसा करने से घर के बच्चों के साथ भी आपकी बॉन्डिंग स्ट्रॉन्ग बनेगी।