चुकन्दर जमीन से उगने वाला एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसका सेवन सलाद के रूप में किया जाता है। सलाद के रूप में इसका सेवन करने से शरीर को बहुत ही लाभ मिलता है, लेकिन सिर्फ यह सलाद के रूप में ही फायदेमंद नही होता है बल्कि इसका जूस का सेवन करना भी बहुत ही फायदेमंद होता है। चुकंदर का रस नियमित रूप से पीने से शरीर में न केवल ख़ून बढ़ेगा बल्कि आपको अन्य कई पोषक तत्व भी प्राप्त होंगे। तो आइए जानते है इसके जूस के फायदे के बारे में........
# कैंसर से बचावमानव अक्सर रोगों का शिकार हो जाता है। इनमें से कुछ रोग जानलेवा भी होते हैं। इन जानलेवा रोगों की सूची में कैंसर काफ़ी ऊपर है। कैंसर के इलाज के लिए जिन दवाओं का विकास हुआ है, वे बहुत मँहगी होती हैं। एक शोध के अनुसार चुकंदर का रस पीने से कैंसर रोधी दवाओं का असर बढ़ जाता है, जिसे सिनर्जिस्टिक इफ़ेक्ट कहते हैं। यह प्रभाव चुकंदर में मौजूद फ़ायटो-न्यूट्रिएंट्स के कारण होता है। चुकंदर का सेवन करने पर शरीर में कैंसर से लड़ने की शक्ति बढ़ जाती है। ख़ासकर स्तन और प्रोस्ट्रेट कैंसर में इसका विशेष प्रभाव देखा गया है।
# रोग प्रतिरोधक क्षमताशरीर में कोई चोट लगने या इंफ़ेक्शन होने पर कई तरह के इनफ़्लमेशन मार्कर रक्त में आ जाते हैं, जो कि चोट की जगह सूजन को बढ़ा देते हैं। चुकंदर में मौजूद बीटाइन नामक तत्त्व रक्त में इन मार्कर्स का स्तर कम कर देता है, जिससे सूजन और दर्द का असर कम हो जाता है।
# सहनशक्तिचुकंदर का जूस पीकर व्यायाम करने से शारीरिक शक्ति और सहनशक्ति दोनों बढ़ जाती है। यह इसलिए होता है क्योंकि चुकंदर में उपस्थिति नाइट्रेट व्यायाम के समय शरीर की ऑक्सीजन की आवश्यकता को कम कर देता है।
# शुद्धिकरण प्रक्रियाचुकंदर का जूस ख़ून और लीवर को सफ़ाई करने में मदद करता है। चुकंदर में मौजूद बीटालिन नामक तत्त्व शरीर के फ़ेज़ 2 शुद्धिकरण में मदद करता है। बीटालिन शरीर में टूटकर विषाक्त तत्वों के साथ संक्रिया करता है और उनको शरीर से बाहर निकाल देता है।
# उच्च रक्तचाप नियंत्रणचुकंदर का रस पीने से ब्लड प्रेशर कुछ ही घंटों में कम होने लगता है। एक शोध के अनुसार एक गिलास चुकंदर का रस ब्लड प्रेशर को 5 प्वाइंट तक नीचे ला सकता है। चुकंदर में मौजूद नाइट्रेट के कारण ही उच्च रक्तचाप नियंत्रित होता है। यह नाइट्रेट शरीर में जाने के बाद नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाता है, जो कि धमनियों में फैलाव उत्पन्न करता है और ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।