ठंड लगना आमतौर पर एक सामान्य स्थिति होती है। लेकिन कुछ लोग थोड़ी-सी सर्दी बढ़ने के साथ ही पैनिक हो जाते हैं। कई कपड़े पहनने के बाद भी इन लोगों को ठंड लगती रहती है। आमतौर पर हर व्यक्ति पर मौसम का अलग-अलग असर होता है लेकिन जब आपको मौसम के थोड़े से बदलाव पर ही ज्यादा ठंड लगने लगती है, तो यह लक्षण किसी बीमारी या शरीर में किसी विटामिन की कमी का संकेत भी हो सकता है। जिसको नजरअंदाज करना आगे मुश्किल में डाल सकता है। अधिक ठंड लगने का सबसे मुख्य कारण शारीरिक कमजोरी होता है, इसके अलावा हाइपोथायरायडिज्म, एनीमिया और फाइब्रोमायल्जिया जैसे कुछ रोग भी अधिक ठंड सहन न कर पाने जैसे लक्षण विकसित कर सकते हैं। ऐसे में आज हम आपको विस्तार से बताते है कि ज्यादा ठंड लगने के पीछे क्या वजह हो सकती हैं...
नींद पूरी ना हो पानाअगर आप पूरी 7-8 घंटे की नींद नहीं लेते है तो इस स्थिति में अधिक ठंड लगने का अहसास होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अगर शरीर को पूरा रेस्ट नहीं मिल पाता है तो वह अपना टेंप्रेचर मेंटेन नहीं रख पाता है। नींद पूरी ना होने की स्थिति में मेटाबॉलिज़म स्लो काम करने लगता है, इससे शरीर में ऊर्जा का उत्पादन कम होता है और अधिक ठंड लगती है।
डायबिटीजडायबिटीज के कारण सिर्फ किडनी ही नहीं बल्कि ब्लड सर्कुलेशन पर भी इसका असर पड़ता है। इसी वजह से शुगर के मरीजों को ज्यादा ठंड लगती है। साथ ही सर्दियों में उन्हें और भी परेशानियां होने लगती हैं। जैसे, भूख-प्यास बढ़ना, बार-बार पेशाब आना, थकान और धुंधलापन। ये सभी लक्षण डायबिटीज के संकेत हो सकते हैं।
एनीमिया शरीर में आयरन या खून की कमी की वजह से लाल रक्त सेल्स कम हो जाते हैं। इसके कारण कोल्ड इंटॉलरेंस की समस्या झेलनी पड़ती है। यह समस्या सबसे ज्यादा महिलाओं में देखने को मिलती हैं क्योंकि पीरियड, प्रेगनेंसी की वजह से महिलाओं का काफी ब्लड लॉस हो जाता है, जिसकी वजह से एनीमिया की बीमारी होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
स्लो मेटाबॉलिज्म बढ़ती उम्र, अनहेल्दी डाइट या अन्य किसी कारण से मेटाबॉलिज्म धीमा होने से शरीर हीट पैदा करने की क्षमता खो देता है, जिसकी वजह से हद से ज्यादा सर्दी लगती है। इसके लिए सबसे जरूरी है कि अपने लाइफस्टाइल पर काम किया जाए। हेल्दी फूड्स के अलावा एक्सरसाइज भी बहुत जरूरी है।
विटामिन B12 की कमी दूध, अंडे, पनीर और नॉन वेज न खाने वाले लोगों को विटामिन B12 की कमी हो जाती है। विटामिन B12 की कमी होने से सर्दी बहुत ज्यादा लगती है। इसके अलावा इस विटामिन की कमी से थकान, दस्त, भूख ना लगना, कब्ज या सांस लेने में परेशानियां भी शुरू हो जाती हैं।
अंडर वेट होनाजिन लोगों का वजन उनकी हाइट और उम्र के हिसाब से नहीं होता है, उन लोगों को भी ठंड का अहसास ज्यादा होता है। अधिक पतले लोगों में या जो लोग वेट लॉस मिशन पर ऐक्टिव होते हैं उनकी बॉडी में स्टोर्ड फैट अमाउंट कम होता है, जिसे बॉडी एनर्जी और हीट जनरेट करने के लिए इस्तेमाल करती है। यह फैट ना मिलने पर बॉडी अपनी जरूरत के हिसाब से हीट नहीं जनरेट कर पाती और आपको अधिक ठंड महसूस होती है।
हाइपोथाइरॉइडिज़्मशरीर में हॉर्मोन की गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार होती है हाइपोथाइरॉइडिज़्म की स्थिति। यह एक हॉर्मोनल डिसऑर्डर है। इस स्थिति में बॉडी में हॉर्मोन्स का उत्पादन उतनी मात्रा में नहीं हो पाता है, जितनी बॉडी को जरूरत होती है। इसके चलते मेटाबॉलिज़म बॉडी टेम्प्रेचर मेंटेन नहीं कर पाता है और आपको ज्यादा ठंड लगती है।
नसों का कमजोर होना नसों की कमजोरी होने से भी सर्दी ज्यादा लगती है। साथ ही सर्दी लगने पर हाथ-पैरों का लाल होना या सूजन की समस्या भी हो जाती है। इसके अलावा कमजोर याद्दाश्त, थकान, चक्कर आना या आंखों में जलन भी शुरू हो जाती है। ऐसे में आप विटामिन, मैग्नीशियम, ओमेगा 3 फैटी एसिड फूड्स अधिक खाएं।