किसी अमृत से कम नहीं हैं सरसों का तेल, कई बीमारियों में है फायदेमंद

बिना तेल के खाना बनाने की कल्पना ही नहीं की जा सकती हैं। चाहे आप तेल कम खाते हो लेकिन यह जानना जरूरी हैं कि कौनसा तेल खाया जाए क्योंकि इसका सीधा संबंध आपकी सेहत से जुड़ा होता हैं। इसके लिए कई लोग सरसों के तेल का इस्तेमाल करते हैं जो अपनी तासीर और गुणों के कारण कई तरह की शारीरिक समस्याओं का निराकरण करता हैं। इसमें मौजूद मोनोसैच्युरेटेड फैटी ऐसिड, सैच्युरेटेड फैटी ऐसिड और पॉलिअनसैच्युरेटेड फैटी ऐसिड अन्य तेलों के मुकाबले इसे उपयोगी बनाते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इसके गुणों के बारे में बताने जा रहे हैं कि किस तरह सरसों का तेल मामूली से लेकर गंभीर बीमारी में भी मददगार साबित होता हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में...

दर्द से राहत दिलाने में फायदेमंद

सरसों के तेल दर्द से राहत दिलाने में काफी मददगार साबित होता है। अगर कभी आप के शरीर में दर्द हो, तो आप सरसों के तेल में लहसुन के दाने डालकर इस तेल को गर्म करे और फिर इस तेल से शरीर की मालिश करें, इससे मालिश करने से दर्द कम होता है और बहुत आराम भी मिलता है।

कैंसर से लड़ने में मददगार

बहुत सी स्टडीज में यह बात साबित हो चुकी है कि सरसों के तेल में कैंसर से लड़ने वाली प्रॉपर्टीज पायी जाती है। सरसों के तेल में ओमेगा 2 पॉलिअनसैच्युरेटेड फैटी ऐसिड पाया जाता है तो कोलोन कैंसर होने के रिस्क को काफी कम करता है। साथ ही सरसों का तेल ट्यूमर के साइज को 50 प्रतिशत तक कम करने की भी क्षमता रखता है।

सर्दी जुकाम में फायदेमंद

सरसों के तेल सर्दी जुकाम को दूर करने में मददगार साबित होता है। सर्दी जुकाम को दूर करने के लिए आप पहले सरसों के तेल को गर्म कर लें, फिर ठंडा होने के बाद इसकी 2 बूंद नाक में डाल सकते हैं। ये सर्दी जुकाम को कम करने में मदद करता है। साथ ही बंद नाक की समस्या से भी राहत दिलाता है।

दिल की बीमारियां रखे दूर

दुनियाभर में हार्ट डिजीज सबसे ज्यादा मौतों की वजह बन रहा है, लिहाजा अपने दिल को हेल्दी रखना बेहद जरूरी है और इसमें कुकिंग ऑइल अहम भूमिका निभाता है। पॉलिअनसैच्युरेटेड फैटी ऐसिड से भरपूर सरसों का तेल, कलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखकर हार्ट को हेल्दी बनाता है जिससे दिल से जुड़ी बीमारियां नहीं होती। सरसों का तेल शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स (ब्लड में पाए जाने वाले फैट) को कम कर हार्ट को हेल्दी रखता है।

कान की तकलीफ से दिलाए छुटकारा

जिन लोगों को कान में अक्सर दर्द की शिकायत रहती है या जब कभी अचानक कान में दर्द उठता है तो उस स्थिति के लिए सरसों का तेल बहुत फायदेमंद साबित हुआ है। दर्द के वक्त इसे कान में डालने से तुरंत राहत मिलती है। इसके अलावा सरसों के तेल में लहसुन डाल कर गर्म कर के भी कान में डाला जा सकता है।

वजन कंट्रोल करने में मददगार

सरसों के तेल में खाना बनाने का एक और बेहतरीन फायदा ये है कि इससे वेट कंट्रोल में रहता है। शरीर में मौजूद बैड कलेस्ट्रॉल लेवल को घटाकर गुड कलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाता है सरसों का तेल और टोटल कलेस्ट्रॉल लेवल को भी कम करता है।

अस्थमा की रोकथाम

अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए सरसों का तेल खासतौर पर फायदेमंद होता है। सरसों में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है, जो अस्थमा के मरीजों के लिए खासतौर पर फायदेमंद है। सर्दी हो जाने पर भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

भूख बढ़ाता है सरसों का तेल

भूख नहीं लगने पर भी सरसों का तेल आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर भूख न लगे, तो खाना बनाने में सरसों के तेल का उपयोग करना लाभप्रद होता है। शरीर में पाचन तंत्र को दुरूस्त करने में भी लाभदायक होता है।