गर्मी के मौसम में तरबूज और खरबूज खाने के फायदों में बारे में तो हम सभी जानते है लेकिन क्या आपको इस मौसम में आने वाला फालसा के गुणों के बारे में पता है। ये फल खाने में जितना स्वादिष्ट है, उतना ही यह अनगिनत गुणों से भरपूर है। इसे खाने से न केवल बुखार ठीक हो जाता है, बल्कि यह फल पुरुषों में लो स्पर्म काउंट की समस्या को दूर करने के लिए भी बहुत फायदेमंद है। यह फल शरीर में नेचुरल कूलिंग एजेंट के रूप में काम करता है, इसलिए गर्मियों में शरीर में ठंडक बनाए रखने के लिए इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है। फालसे में एंटीऑक्सीडेंट तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं जो शरीर को इंफेक्शन से बचाते हैं। इसमें मौजूद मैग्नीशियम, पोटैशियम, सोडियम, फास्फोरस, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन ए और विटामिन सी जैसे पोषक तत्व हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं। यह सांस, हृदय के साथ बुखार की स्थिति में भी कमाल कर सकता है। फालसा खाने की सलाह अक्सर उन रोगियों को दी जाती है, जो अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, सर्दी, खांसी और गले में खराश से परेशान रहते हैं...
गर्मी के मौसम स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए फालसे के रस का सेवन करना शरीर के लिए टॉनिक का काम करता है। यह पित्त की समस्याओं को दूर करता है और पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है।
विटामिन सी और खनिज तत्वों से भरपूर फालसा के सेवन से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का लेवल कंट्रोल में रहता है।
हाल ही में हुए वैज्ञानिक शोधों से यह बात सामने आई है कि फालसा में रेडियोधर्मी क्षमता भी होती है। इस कारण यह कैंसर से लड़ने में भी शरीर को सहायता करता है।
अगर आपको खून की कमी के कारण एनीमिया रोग हो गया है तो इसे खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ता है और एनीमिया से बचाव होता है।
फालसा न केवल कमजोरी दूर करने वाला टॉनिक है, बल्कि लू से भी बचाता है। यही वजह है कि फालसा को कई बीमारियों के लिए औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। मानव शरीर में ये नेचुरल कूलिंग एजेंट के रूप में काम करता है, इसलिए गर्मियों में शरीर में ठंडक बनाए रखने के लिए इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है।
फालसा खाने से शरीर में आई सूजन से निजात मिलती है। स्वस्थ दिल के लिए यह बहुत अच्छा फल माना गया है। सूजन को कम करने के लिए 50 मिली फालसा के रस में चुटकीभर काली मिर्च और नमक डालकर पीएं। स्वाद के लिए इसमें चीनी भी मिला सकते हैं। यह सूजन में काफी राहत दिला सकता है।
फालसे का उपयोग घाव को भरने में भी किया जाता है। इसके पत्तों से चोट से उबरे घाव और एक्जिमा को ठीक करने में मदद मिलती है। इसकी पत्तियों को पीसकर घाव वाली जगह पर लगाएं और कुछ देर के लिए खुला छोड़ दें। चंद मिनटों में ये असर दिखाना शुरू कर देगा।
फालसा फल में मौजूद फाइबर पेट दर्द से बहुत जल्दी राहत दिलाता है। आप पेट दर्द, मतली और अन्य पाचन तंत्र समस्याओं के दर्द को दूर करने के लिए 5-10 मिली फालसे का जूस रोज ले सकते हैं। इसके अलावा 25-30 मिली फालसे के रस में 3 ग्राम अजवाइन मिलाकर गर्म करें और पी जाएं।
फालसा के फलों का रस पीने से सांस संबंधी समस्याओं का इलाज किया जा सकता है। इसका स्वाद बढ़ाने के लिए अदरक या नींबू के रस के साथ फालसा फल मिलाएं। सांस की परेशानी होने पर थोड़े से अदरक के रस और सेंधा नमक के साथ गर्म फालसा जूस को लेने के लिए भी कहा जाता है।
मूत्र संबंधी रोग में कई समस्याएं हैं- जैसे पेशाब करते वक्त दर्द या जलन महसूस होना। इसे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन कहा जाता है। मूत्र संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए 25 ग्राम फालसा, 5 ग्राम आंवला पाउडर, 10 ग्राम काले अंगूर और 10 ग्राम खजूर लें। आंवला पाउडर को छोड़कर सबको पीस लें। रात को सभी सामग्री को पानी में भिगो दें। सुबह पानी को छानकर दो भागों में बांट लें । एक भाग सुबह पीएं और दूसरा शाम को।
विटामिन सी से भरपूर फालसे का खट्टा-मीठा रस खांसी-जुकाम को रोकने और गले में होने वाली समस्याओं से निजात पाने के लिए काफी प्रभावशाली है।