शरद पूर्णिमा पर चांद की रोशनी में रखी खीर इस तरह पहुंचाती हैं सेहत को फायदा

आज शरद पूर्णिमा का पावन दिन हैं जिसको लेकर मान्यता हैं कि आज की रात को चाँद से अमृतमयी किरणें निकलती हैं इसलिए रात को खीर रखी जाती हैं। इस खीर का सेवन अगली सुबह को किया जाता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका वैज्ञानिक कारण भी हैं और यह आपकी सेहत को भी फायदा पहुंचाती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं कि चांदनी में रखी यह खीर किस तरह आपको फायदा पहुंचाएगी।

खीर को चंद्रमा की रोशनी में रखने का वैज्ञानिक महत्व

असल में, खीर चावल व दूध के मेल से बनती है। ऐसे में दूध में मौजूद लैक्टिक एसिड होता है। ऐसे में इस पर चंद्रमा की किरणें पड़ने से दूध में अच्छे बैक्टीरिया बनने में मदद मिलती है। इसके अलावा चावल स्टार्च का मुख्य स्त्रोत होने से दूध की इस प्रक्रिया को बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है। धार्मिक के साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी इस खीर का सेवन करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है।

दिल रखे स्वस्थ

रातभर चांद की रोशनी में पड़ी खीर और भी गुणों से भर जाती है। इसके सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है। इस तरह दिल स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। ऐसे में दिल से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा कम रहता है। इसलिए खासतौर पर दिल के मरीजों को इसका जरूर सेवन करना चाहिए।

अस्थमा में फायदेमंद

जिन लोगों को अस्थमा की बीमारी है। उन्हें इस की खीर सेवन जरूर करना चाहिए। इसके लिए खीर को रात के समय छत पर रखें। इसे इस प्रकार रखें कि चांद की रोशनी सीधे खीर पर पड़े। फिर इस खीर का सेवन करें। इससे फेफड़ों को मजबूती मिलने के साथ सांस से जुड़ी परेशानी से राहत मिलती है।

आंखों की रोशनी बढ़ाए

इस खीर का सेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ने में मदद मिलती है। साथ ही इससे जुड़ी बीमारियों के लगने का खतरा भी कम होता है।

स्किन के लिए फायदेमंद

इस खीर को खाने से सेहत के साथ स्किन से जुड़ी परेशानियां भी दूर होती है। पोषक गुणों से भरपूर खीर त्वचा को गहराई से पोषित कर स्किन से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा दिलाती है। चेहरा एकदम साफ, निखरा और खिला- खिला नजर आता है।