काजू : BP और ब्लड शुगर को रखें कंट्रोल में, हड्डियों के विकास में भी करता है मदद; खाने के और भी हैं कई फायदे

काजू एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जिसे हर कोई खाना पसंद करता है। काजू को सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। काजू में प्रोटीन, खनिज, आयरन, फाइबर, फोलेट, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, सेलेनियम, एंटी-ऑक्सीडेंट, मिनरल और विटामिन के गुण पाए जाते हैं, जो सेहत को कई तरह की परेशानियों से बचाने में मददगार हैं। काफी फायदेमंद माना जाता है। काजू में प्रोटीन, खनिज, आयरन, फाइबर, फोलेट, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, सेलेनियम, एंटी-ऑक्सीडेंट, मिनरल और विटामिन के गुण पाए जाते हैं, जो सेहत को कई तरह की परेशानियों से बचाने में मददगार हैं। बता दें कि काजू को सिर्फ स्वाद और सेहत के लिए ही नहीं बल्कि सुंदरता के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है। काजू में पाए जाने वाले पोषक तत्व स्किन और बालों के लिए काफी अच्छे माने जाते हैं बेहतर ब्लड शुगर कंट्रोल से लेकर हृदय को स्वस्थ बनाने तक काजू हमारी सेहत के लिए लाभकारी होता है। आइए जानते हैं इसे खाने के कई अन्य फायदे...

ब्लड प्रेशर को करें नियंत्रण

काजू में बादाम, मूंगफली और अखरोट जैसे कई अन्य नट्स की तुलना में थोड़ा कम फैट और कैलोरी होती है। काजू की एक सर्विंग में एवरेज लगभग 137 कैलोरी होती है, लेकिन 2019 में न्यूट्रिएंट्स में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि मानव शरीर केवल इन कैलोरी का लगभग 84% ही एब्जोर्व कर सकता है। काजू का सेवन ट्राइग्लिसराइड्स के लेवल को भी कम करता है। ये रक्त में एक प्रकार का फैट है जो आपके स्ट्रोक, हार्ट अटैक और हृदय रोग के खतरे को बढ़ा सकता है। इसके अलावा, मार्केट में आने वाले कई पैकेज्ड या सॉल्टेड काजू ब्लड प्रेशर को बढ़ा भी सकते हैं।

कोलेस्ट्रॉल को करे कम

कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार के होते हैं। एलडीएल, जो धमनियों में हानिकारक फैटी बिल्डअप का कारण बनता है और एचडीएल, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को धमनियों से दूर करके आपके हृदय की रक्षा करता है। 2017 में द अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि काजू को अपने आहार में शामिल करने से बेड एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है। इतना ही नहीं, बल्कि 2018 में जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि काजू से भरपूर आहार गुड एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है।

ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है

डायबिटीज मरीजों के लिए काजू का सेवन करना काफी फायदेमंद हो सकता है। काजू में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो रक्त में मौजूद ग्लूकोज को स्टैबलाइज करने में मदद कर सकता है। 2019 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म में प्रकाशित एक अध्ययन में, टाइप 2 डायबिटीज वाले लोग, जिन्होंने काजू को अपनी डाइट में शामिल किया, उनमें काजू न खाने वालों की तुलना में इंसुलिन का स्तर कम था। इंसुलिन के स्तर को कम रखने से ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखा जा सकता है।

हार्ट हेल्थ

यू।एस। में स्ट्रोक, श्वसन रोग, डायबिटीज और अल्जाइमर सहित हृदय रोग मृत्यु का प्रमुख कारण है। 2007 में ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक शोध में पाया गया कि सप्ताह में चार बार से अधिक नट्स खाने वालों के लिए हृदय रोग का खतरा 37% कम था। इसके अलावा, 2018 में जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जब टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों ने 12 सप्ताह तक रोजाना 30 ग्राम कच्चा, अनसॉल्टेड काजू खाया, तो उन्हें हृदय संबंधी समस्याओं में कमी महसूस हुई। उनका ब्लड प्रेशर कम होने के साथ एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ता हुआ नजर आया। काजू मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड का एक अच्छा सोर्स हैं, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद कर सकते हैं।

कॉपर की अच्छी मात्रा

कॉपर पूरे शरीर में विभिन्न कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें हृदय गति और ब्लड प्रेशर कंट्रोल, लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन, हड्डियों का विकास, ब्लड वेसल और कनेक्टिव टिशू का विकास और प्रतिरक्षा प्रणाली का एक्टिवेशन शामिल है। काजू खाने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में कॉपर मिल सकता है।

सेल्स को क्षति पहुंचने से बचाते हैं

नट्स और सीड में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) पाए जाते हैं। एंटीऑक्सिडेंट वो कम्पाउंड होते हैं जो आपके शरीर में क्षति पैदा करने वाले फ्री रेडिकल्स को बेअसर कर सकते हैं। इस प्रकार एंटीऑक्सिडेंट शरीर को बीमारी से बचा सकते हैं और सूजन को कम कर सकते हैं। काजू में पॉलीफेनोल्स और कैरोटेनॉइड नामक दो प्रकार के एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। हालांकि, रोस्टेड काजू में कच्चे की तुलना में अधिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।

हड्डियों के विकास में मदद

काजू में मैग्नीशियम (Magnesium) और कैल्शियम (Calcium) की अच्छी मात्रा होती है। कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों के विकास (Bone growth) के साथ ही उन्हें मजबूती प्रदान करने में मदद करते हैं। काजू में मौजूद मैग्नीशियम ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) जैसी बीमारियों की रोकथाम में मदद कर सकता है। इस बीमारी के कारण हड्डियां कमजोर और नाजुक हो जाती हैं।

स्वस्थ दिमाग

काजू में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है। मैग्नीशियम मस्तिष्क के रक्त प्रवाह में सहायक होता है और साथ ही मस्तिष्क की चोट को दूर करने में मैग्नीशियम का महत्वपूर्ण कार्य हो सकता है। इसके अलावा, मैग्नीशियम में एंटीडिप्रेसेंट गुण होते हैं, जो अवसाद को दूर करने में मदद कर सकते हैं। इस प्रकार काजू में मौजूद मैग्नीशियम दिमाग के स्वास्थ के लिए भी लाभदायक हाे सकता है।

वजन घटाने में मदद

कुछ लोगों का मानना है कि नट्स खाने से शरीर का वजन बढ़ सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है। 2017 में न्यूट्रिएंट्स में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि जो लोग नियमित रूप से नट्स खाते हैं, उनके वजन को मेंनटेन की संभावना उन लोगों की तुलना में अधिक होती है जो नहीं ऐसा नहीं करते हैं। क्योंकि नट्स प्रोटीन, फाइबर और फैट का पावरहाउस है, जो लंबे समय तक भूख का एहसास नहीं होने देता। काजू में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो कि फैट और कार्बोहाइड्रेट के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है। इसके अलावा, काजू में पाया जाने वाला फाइबर शरीर के वजन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। इस बात का ध्यान रहे कि जो लोग पहले से ही मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं, उन्हें काजू का सेवन नहीं करना चाहिए।

पाचन तंत्र

काजू में फाइबर की मात्रा मौजूद होने से ये हमारे पाचन-तंत्र को सुधारने का काम कर सकता है। फाइबर पाचन को ठीक रखकर कब्ज और अल्सर जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। हालाकि, काजू का अधिक मात्रा में सेवन कब्ज और गैस की समस्या पैदा कर सकता है। विशेषकर, जिनकी फिजिकल एक्टिविटी ना के बराबर होती है, उन्हें काजू का सेवन कम ही करना चाहिए।

एनीमिया

काजू आयरन और कॉपर का अच्छा स्रोत है। आयरन स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है, जो शरीर में ऑक्सीजन को पहुंचाने में मदद करता है। आयरन रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन को बढ़ाकर एनीमिया जैसे रक्त विकार को दूर करने का काम भी कर सकता है।

त्वचा के लिए काजू

काजू में प्रोटीन और विटामिन-ई जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो त्वचा के स्वास्थ्य व सौंदर्य को बढ़ावा देने और त्वचा पर बढ़ती उम्र के असर को कम करने का काम करते है। साथ ही ये त्वचा को झुर्रीयों और सूर्य की हानिकारक किरणों के प्रभावों से बचा सकते हैं।

बालों के लिए काजू

त्वचा के साथ बालों के लिए भी काजू का सेवन बालों के लिए भी लाभदायक है। काजू में मैग्नीशियम, जिंक, आयरन और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। काजू में मौजूद ये सभी पोषक तत्व बालों को पोषण देने का काम करते है, साथ ही बालों की चमक और मजबूती में भी सहायक हाे सकते हैं।

काजू के नुकसान

ऐसा नहीं है कि काजू हर किसी की सेहत के लिए लाभदायक सबित होता है। कुछ लोगों को यह नुकसान भी पहुंचा सकता है। काजू में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। फाइबर पेट को साफ करने का काम करता है। इसलिए, जिन्हें दस्त की समस्या हो, उन्हें काजू नहीं खाने चाहिए। वहीं, काजू में अधिक मात्रा में कैलोरी होती है। हालाकि, कैलोरी सेहत के लिए ठीक है लेकिन अधिक मात्रा में काजू का सेवन आपका वजन बढ़ा सकता है। काजू में पोटेशियम होता है। अधिक काजू के सेवन से ज्यादा पोटैशियम हमारे शरीर में पहुंच सकता है, जिस कारण दिल का धड़कना अचानक बंद हो जाना, कमजोरी और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। उसी तरह काजू में सोडियम की मात्रा भी अधिक होती है। ऐसे में अगर आप काजू का सेवन जरूरत से ज्यादा करते है तो शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक और हृदय से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं। साथ ही किडनी पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।