ड्राई फ्रूट्स सबको पसंद लेकिन इसका अधिक सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक

ड्राय फ्रूट्स यानि सूखे मेवे खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, स्वस्थ रहने के लिए लोग अक्सर ड्राई फ्रूट यानी सूखे मेवे खाने की सलाह देते हैं।, लेकिन आप में से बहुत कम लोग जानते होंगे कि अगर ड्राई फ्रूट्स का सेवन जरूरत से अधिक मात्रा में किया जाए तो ये नुकसान भी पहुंचा सकते है। जी हां, ये जरूरी नहीं है कि मेवों का सेवन आपके लिए फायदेमंद ही साबित हो, कभी-कभी ये हानिकारक भी साबित हो सकता है। जैसे जरूरत से अधिक ड्राई फ्रूट से लेने से आपको पेट की मरोड़ अस्थमा जैसी परेशानी से जूझना पड़ सकता है। तो आइए जानते हैं कि किस ड्राई फ्रूट से क्या नुकसान होता है..


पेट की बीमारी

ड्राय फ्रूट्स को डाइट में शामिल करना, फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत है। कुछ मात्रा में ड्रायफ्रूट का सेवन करना आपकी सेहत के लिए बेहतर होता है, लेकिन आवश्यकता से अधिक मात्रा में इनका सेवन करना, आपको गैस, कब्ज, डायरिया और पेट से जुड़ी अन्य समस्याएं भी दे सकता है |

अधिक वजन बढ़ना

ड्राई फ्रूट्स मैं ज्यादा मात्रा में कैलोरीज और कार्बोहाइड्रेट्स पाई जाती है यही कारण है कि ड्राई फ्रूट्स शरीर का वजन कई गुना अधिक तक बढ़ा सकते हैं।इसलिए ड्राई फ्रूट्स का सेवन सही मात्रा में होना चाइए |

माइग्रेन

कुछ ड्राई फ्रूट्स खाने में तो स्वादिष्ट लगते हैं लेकिन इसके नुकसान भी हैं। जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या है उन्हें इनसे दूर ही रहना चाहिए क्योंकि इसमें अमीनो एसिड होता है जो सिर दर्द के लिए जिम्मेदार है।

दांत दर्द

कुछ चिपचिपी ड्राइफ्रूट्स मैं फ्रुक्टोज की मात्रा अधिक पाई जाती है जिसकी वजह से यह दांतो के लिए नुकसानदायक साबित होते हैं। इनका सेवन लगातार करने से धीरे-धीरे दांतो में दर्द होता है । यह ड्राई फ्रूट्स साधारण रूप से कुल्ला करने के बाद भी दांतों में चिपके रहते हैं और उन्हें नुकसान पहुंचाते रहते हैं।

पाचन

आपका पाचन तंत्र कमजोर है, तो यह सूखे मेवों का पचाने में अधिक समय लगाता है। इसके कारण पेट दर्द और उल्टी जैसी परेशानी भी हो सकती है। इसके अलावा सामान्य तौर पर सूखे मेवों का अत्यधिक प्रयोग आपका सिरदर्द या सिर भारी होने की समस्या भी दे सकता है।

एलेर्जी

ड्राई फ्रूट्स को पैक्स में लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए सल्फर डाइऑक्साइड प्रिजर्वेटिव का इस्तेमाल किया जाता है। अगर ऐसे ड्राई फ्रूट्स का सेवन लगातार भारी मात्रा में किया जाए तो यह एलर्जी, अस्थमा जैसे रोगों को उत्पन्न कर सकता है।