अदरक : चाय की जान, इम्यूनिटी बढ़ा खांसी-जुकाम का काम करती है तमाम

अदरक में अनेक गुण होते हैं। यह रसोई में मसाले के रूप में तो काम आता ही है, साथ ही शरीर के कई विकारों को भी दूर करती है। अधिकतर गृहणियाँ इसे चाय में जरूर इस्तेमाल करती हैं। भले ही चाय का स्वाद बढ़ाने के लिए काली मिर्च, लौंग, इलायची भी काम में ली जाती हैं, लेकिन अदरक की बात ही कुछ और है। मौजूदा कोरानाकाल में अदरक और भी कारगर है और इसका कारण है इसका इम्यूनिटीवर्धक गुण।


1. हृदय रोगों के ख़तरे कम करती है

अदरक में क्रोमियम, मैग्नीशियम और ज़िंक होते हैं, जो रक्त प्रवाह (ब्लड सर्कुलेशन) को बेहतर करते हैं। इससे ठंडी, बुख़ार और अत्यधिक पसीना आने जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। अदरक के तत्व कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं और रक्त प्रवाह में सुधार लाते हैं। अदरक अवरुद्ध धमनियों तथा ख़ून के थक्कों से बचाव करने का काम करती है। इनसे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का ख़तरा कम होता है। चीनी चिकित्सा पद्धति में हृदय रोगों के उपचार में अदरक की अपनी अहमियत है।

2. भूख बढ़ाती है

अदरक को एक शक्तिशाली पाचक के रूप में जाना जाता है। यह पाचक अग्नि को भड़काती है, जिससे भूख बढ़ती है। भोजन से पहले अदरक के टुकड़ों पर नमक छिड़ककर खाने से लार का स्राव बढ़ता है, जिससे पाचन में मदद मिलती है। इतना ही नहीं अदरक शरीर के लिए ज़रूरी न्यूट्रिएंट्स के अवशोषण को प्रोत्साहित करती है। ऐसा इसके गैस्ट्रिक और पैन्क्रिएटिक एन्ज़ाइम्स के सीक्रेशन में मदद करने के चलते होता है।


3. पेट की गैस भगाती है

अदरक में वात को दूर करनेवाले तत्व होते हैं। भारी भोजन के बाद अदरक की चाय पीने से पेट फूलने (ब्लॉटिंग) या पेट में गैस होने की समस्या से राहत मिलती है। पेट में मरोड़ आने जैसी समस्या भी दूर होती है। फ़ूड पॉइजनिंग की स्थिति में भी अदरक से लाभ होता है।

4. कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करती है

यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन कॉम्प्रिहेंसिव कैंसर सेंटर के एक अध्ययन के मुताबिक़ अदरक ओवेरिअन कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करती है। अदरक के इस्तेमाल के बाद उन कोशिकाओं पर कीमोथेरैपी का भी प्रभावी असर दिखा। स्तन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और कोलोन कैंसर के इलाज में भी अदरक को प्रभावी पाया गया।

जरनल ऑफ़ बायोमेडिसिन ऐंड बायोटेक्नोलॉजी में प्रकाशित एक शोध में दावा किया गया है कि अदरक से ब्रेस्ट कैंसर की कोशिकाओं के प्रसार को रोकने में मदद मिलती है। इससे जुड़ा एक दिलचस्प फ़ैक्ट यह है कि बीटा-एलिमेन नामक एक कैंसररोधी दवा अदरक से ही बनाई जाती है।


5. डायबिटीज़ में वरदान है

दुनियाभर में किए गए कई अध्ययनों में पाया गया है कि अदरक मधुमेह से होने वाली जटिलताओं से बचाव करती है। अदरक डायबिटीज़ से पीड़ित व्यक्ति के लिवर, किडनी और सेंट्रल नर्वस सिस्टम को सुरक्षित रखती है। इसके अलावा नियमित रूप से अदरक का सेवन करने से मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति की आंखें भी स्वस्थ रहती हैं।

6. जोड़ों के दर्द और आर्थराइटिस में रामबाण है

अदरक में जिंजरोल नामक एक बहुत ऐक्टिव तत्व होता है, जो जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को कम करता है। गठिया रोग के शुरुआती चरणों में यह अदरक का सेवन करने से काफ़ी लाभ होता है। मरीजों को बेहतर गतिशीलता का अनुभव होता है। मांसपेशियों और जोड़ों की सूजन भी कम होती है। अदरक को हम प्राकृतिक पेनकिलर कह सकते हैं।


7. सर्दी-खांसी में लाभदायक है

अदरक इम्यूनिटी सिस्टम को मज़बूत करता है, जिससे सर्दी-खांसी तथा फ़्लू जैसी आम समस्याएं परेशान नहीं करतीं। खांसी, गले की खराश और ब्रोंकाइटिस में यह बेहद असरकारी है। सर्दी-खांसी और फ़्लू शहद के साथ अदरक खाना या अदरक वाली चाय पीना हमारे देश का एक बेहद लोकप्रिय तथा प्राचीन नुस्ख़ा है। अदरक में गर्मी पैदा करने वाले गुण होते हैं, इसलिए सर्दियों में अदरक वाली चाय की अपनी अहमियत होती है।


8. माइग्रेन और पीरियड्स के दर्द में लाभदायक है

ईरान में किए गए एक अध्ययन में यह सामने आया है कि माइग्रेन में अदरक माइग्रेन की आम दवा जैसी ही असरदार है। इसकी सबसे अच्छी बात यह रही कि माइग्रेन की दवा के विपरीत इसका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं था। माइग्रेन में अदरक वाली चाय पीने से तुरंत राहत मिलती है। पीरियड्स के दर्द में भी अदरक से राहत मिलती है।

9. बेहतरीन ऐंटीऑक्सिडेंट है

दुनियाभर के कई अध्ययनों में पाया गया है कि अदरक एक बेहतरीन ऐंटीऑक्सिडेंट है। यह फ्री रेडिकल्स से काफ़ी प्रभावी सुरक्षा प्रदान करता है। जिसके चलते शरीर कई बीमारियों से बचा रहता है।