लहसुन : चमत्कारिक गुणों वाली औषधि! छोटी-बड़ी हर बीमारी को ऐसे देता है करारा जवाब...

आयुर्वेद में लहसुन को चमत्कारिक गुणों वाला औषधि बताया गया है, जिसके कई फायदे हैं। यह सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि इसके सेवन से शरीर को स्वस्थ रखने में भी मदद मिलती है। यही वजह है कि कई घरेलू नुस्खों में लहसुन का उपयोग किया जाता है। दरअसल, लहसुन में कई प्रकार के पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। इनमें कैल्शियम से लेकर कॉपर, पोटैशियम, फॉस्फोरस, आयरन और विटामिन बी1 आदि शामिल हैं।

सांस के विकार, दमा

लहसुन दमा के रोगियों के लिए अत्यंत लाभदायक साबित हो सकता है। सांस आसानी से चले, इसलिए लहसुन की एक पंखुडी गर्म करके नमक के साथ खाएं। दमा कम होने के लिए एक प्याली गर्म पानी में दो चम्मच शहद और 10 बूंद लहसुन का रस लीजिए। सोने से पूर्व लहसुन की 3 पंखुड़ियां दूध में उबालकर लेने से रात में दमा की तकलीफ काफी हद तक कम हो सकती है। दमा से आराम पाने के लिए एक लहसुन बारीक पीसकर 120 मिली माल्ट व्हिनेगर में डालकर उबाल लीजिए।

ठंडा होने के बाद छानकर, उतनी ही मात्रा में शहद मिलाकर तैयार करें। यह रसायन 2 चम्मच मेथी के अर्क के साथ सोने से पूर्व लें। निमोनिया में आराम पाने के लिए एक लिटर पानी में एक ग्राम लहसुन और 250 मिली दूध डालकर उबालें। एक चौथाई होने तक उबालते रहें। यह दूध दिन में तीन बार लें। क्षय रोग में आराम पाने के लिए लहसुन दूध में उबालकर लेना चाहिए। ऐसा आयुर्वेद में बताया गया है।


जुकाम और फ्लू से बचाव

आजकल के इस प्रदूषण भरे माहौल में जुकाम और फ्लू बहुत ही सामान्य परेशानियां हैं, जिससे आजकल सभी जूझ रहे हैं। अगर आप भी बार-बार आने वाली इन दिक्कतों से परेशान हैं तो आपको कच्चा लहसुन या फिर सब्जियों में लहसुन को पकाकर खाना चाहिए। अब आप ये सोच रहे होंगे कि किस-किस तरह से आप लहसुन का रोजाना सेवन कर सकते हैं?

हर रोज चाय पीना भारत में बहुत आम है, तो लहसुन का हर रोज सेवन करने का सबसे सरल तरीका यही है कि हर रोज आप अपनी सादी और साधारण चाय में अदरक और लहसुन को मिलाकर बनाएं। आप स्वाद को बेहतर बनाने के लिए शहद का प्रयोग भी कर सकते हैं और इसे पीने से आपके जुकाम के साथ-साथ, आपकी इम्यूनिटी पर भी बहुत अच्छा प्रभाव पड़ेगा।


दिल की बीमारी से बचाव

रोजाना लहसुन लेने से आपके शरीर का कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है क्योंकि इसमें एल्लीसिन की एंटी-ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने में लहसुन के प्रयोग को आवश्यक माना गया है। इस बात को याद रखना जरूरी है कि एल्लीसिन का सल्फर कंपाउंड भी वही काम करता है जो लहसुन करता है।


कैंसर से बचाव

रोजाना लहसुन लेने से आपके शरीर में एल्लीसिन की कमी नहीं रहेगी। लहसुन की एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टी कैंसर से शरीर को सुरक्षित रखती है और इससे जेनेटिक रिपेयर की क्षमता बढ़ जाती है। लहसुन शरीर में कार्सिनोजेनिक सब्सटांस की बढ़ोतरी पर रोक लगा देता है, जिससे कैंसर का रिस्क कम हो जाता है।


शुगर लेवल सामान्य रखने में मदद देता है

हाई ब्लड शुगर होने से डायबिटीज और कई बीमारी जैसे कि मोटापा होने का खतरा बढ़ जाता है। लहसुन के जरिए ऐसे खतरे से बचाव किया जा सकता है। रोजाना सही मात्रा में लहसुन खाने से लहसुन के फायदे प्राप्त कर सकते हैं। लहसुन खाने से अचानक से शुगर लेवल में उछाल नहीं आने देता है। कुवैत के वैज्ञानिकों के द्वारा किए गए परीक्षण में यह पाया गया कि उबले हुए या फिर कच्चे लहसुन खाने से ब्लड शुगर लेवल काफी हद तक कम हो जाता है।