जच्चा-बच्चा की सेहत के लिए गर्भवती महिलाएं करें इन 12 फलों का सेवन

किसी भी औरत के लिए मां बनना एक अद्भुद अहसास होता हैं जब वह अपने अंदर एक जिंदगी को जन्म दे रही होती हैं। ऐसे में गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को खास देखभाल की जरूरत होती है। इस दौरान शरीर को कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत है, ताकि भ्रूण का सही से विकास हो सके। इसके लिए अपने आहार में फलों का सेवन किया जाना बहुत जरूरी हैं जिनमें मौजूद फाइबर जच्चा-बच्चा की सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे ही फलों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका सेवन प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को किया जाना चाहिए।

खुबानी

खुबानी में फोलिक एसिड, कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम के साथ अन्य विटामिन और खनिज भी उच्च मात्रा में होते हैं। सूखे खुबानी में आयरन और फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो लाल रक्त कोशिकाओं के संश्लेषण को बढ़ाने में मदद करता है। खुबानी पाचन प्रक्रियाओं को नियंत्रित करती है, इसलिए इसे गर्भावस्था के दौरान खाया जाने वाला अच्छा फल माना जाता है।

कीवी

कीवी में विटामिन सी, ई, ए, फोलिक एसिड जैसे तत्व पाए जाते हैं। प्रेग्नेंसी में इसे खाने से घबराहट जैसी समस्या भी दूर होती है। कीवी के अलावा आप चीकू, एप्रिकाट आदि का सेवन कर सकते है उसमें भी भरपूर मात्रा में पौष्टिक तत्व होते हैं। यह एक गर्भवती मां को सर्दी खांसी से बचाता है। चूंकि कीवी में फास्फोरस उच्च मात्रा में होता है और ये आयरन को अबजॉर्ब करने में सहायता करता है इसलिए ये खून के थक्के जमने के जोखिम को भी कम करता है।

सेब

प्रेग्नेंट महिला को सेब का सेवन तो जरूर करना ही चाहिए। इससे प्रेग्नेंसी में शुगर लेवल ठीक रहता है। सेब में सीओक्यू10, मैग्निशियम पाया जाता है जिससे शरीर को एनर्जी मिलती है। शोध में माना गया है कि गर्भवती द्वारा सेब का सेवन बच्चों में बचपन में होने वाली एलर्जी व अस्थमा की शिकायत से बचाव कर सकता है। इसके अलावा, सेब में विटामिन-सी, विटामिन-ए, फाइबर, आयरन, कैल्शियम, फोलेट, पोटेशियम और पेक्टिन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।

चेरी

चेरी में भरपूर मात्रा में विटामिन, मिनरल और फाइबर मौजूद होता है। ये सभी गुण गर्भवती और शिशु के विकास के लिए जरूरी माने जाते हैं। इसके अलावा, चेरी का सेवन गर्भावधि मधुमेह यानी गर्भावस्था में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकता है। इस आधार पर गर्भावस्था में खाए जाने वाले फ्रूट की लिस्ट में चेरी को भी शामिल किया जा सकता है।

आम

फलों का राजा आम स्वाद में काफी अच्छा होता है। साथ ही यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है। इससे इम्यूनिटी को बूस्ट किया जा सकता है। साथ ही यह पाचन तंत्र को सुधारने में आपकी मदद कर सकता है। ऐसे में गर्भवास्था के दौरान इसे डाइट में शामिल करना आपके लिए एक हेल्दी ऑप्शन हो सकता है।

केला

गर्भवती महिलाओं के लिए केला एक सुपरफूड है। ये आपकी हाई फैट क्रेविंग को भी कम कर सकता है। केले में कैल्शियम और पोटेशियम की उच्च मात्रा होती है, जो मध्य रात में पैर की ऐंठन को रोकने में मदद करती है। आप अपनी विशिष्ट पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए केला खा सकते हैं।अगर आपको डायबिटीज है तो आपको हरा केला खाना चाहिए।

एवोकाडो

प्रेग्नेंसी के दौरान नाशपाती के सेवन से थकान ही नहीं बल्कि कब्ज की समस्या से भी राहत मिलती है। इसमें फाइबर, फॉलेट, पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है। साथ ही एवोकाडो खाएं। एवोकाडो में फाइबर, कॉपर, विटामिन बी मौजूद होते हैं जिससे थकान और पैरों में होने वाली क्रैम्प्स की समस्या भी दूर होती है।

नाशपाती

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी गर्भवती के आहार से जुड़ी गाइडलाइन में बताया गया है कि नाशपाती में मौजूद विटामिन, मिनरल व फोलेट गर्भावस्था में होने वाली एनीमिया की शिकायत के जोखिम को काफी करने में अहम भूमिका निभा सकती है। इसके साथ ही इसमें विटामिन-सी भी पाया जाता है, जो गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होता है।

संतरा

संतरा और अन्य खट्टे फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं। यह विटामिन बच्चे की हड्डियों और दांतों के लिए विकास के लिए काफी आवश्यक है। विटामिन सी आयरन के अवशोषण में भी मदद करता है, जो शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण खनिज है। सबसे महत्वपूर्ण बात, विटामिन सी एक एंटीऑक्सिडेंट है जो मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाता है।

अनार

अनार एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो गर्भावस्था में भ्रूण को पोषण देने के साथ प्लेसेंटा पर सुरक्षित प्रभाव डाल सकता है। इसके अलावा, इसमें पाए जाने वाला फोलेटे भ्रूण को सुरक्षित रखने के साथ-साथ जन्म दोष से भी बचाव कर सकता है। इसके अलावा, यह सूजन से बचाव के साथ इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद कर सकता है।

अमरूद

गर्भावस्था में महिलाओं को अपने डाइट में अमरूद को शामिल करना चाहिए। अमरूद के सेवन से शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी को पूरा किया जा सकता है। इसमें कई ऐसे पोषक तत्व जैसे- विटामिन ई, कैरोटेनॉयड, पॉलीफेनोल्स पाए जाते हैं, जो गर्भावस्था में काफी जरूरी हैं। इसलिए अमरूद प्रेग्नेंसी के दौरान फायदेमंद हो सकता है।

खरबूजा

खरबूजे में तमाम प्रकार के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। इसमें मैग्नीशियम, जिंक, कैल्शियम, आयरन के अलावा विटामिन ए, सी, ई की मात्रा पाई जाती है। वहीं, खरबूजे में पाए जाने वाले ये सभी पोषक तत्व गर्भावस्था में महत्वपूर्ण माना जाते हैं। इसके अलावा, गर्भावस्था के दौरान विटामिन सी की पूर्ति के लिए डॉक्टर प्रेगनेंसी में खरबूजे को आहार का हिस्सा बनाने की सलाह दे सकते हैं।