पुरुषों को अपनी सेहत का खास ख्याल रखने के लिए विभिन्न प्रकार के फूड्स का सेवन करना चाहिए। फाइबर, प्रोटीन, हेल्दी फैट, कॉम्प्लेक्स कार्ब्स वाले फूड्स का सेवन स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाते हैं और सेहतमंद रहने में मदद करते हैं। वहीं, कुछ लोग रोजमर्रा में ऐसी चीजों का सेवन करते हैं जो उनकी सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये चीजें पुरुषों की सेहत पर गलत असर डालने के साथ-साथ उनकी फर्टिलिटी, स्पर्म काउंट और सेक्सुअल हेल्थ को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसी कौन सी चीजें हैं, जिनका सेवन पुरुषों को नहीं करना चाहिए, इस बारे में हम आपको आज बताते है...
फास्ट फूड फास्ट फूड पुरुषों की हेल्थ के लिए अच्छे नहीं माने जाते हैं। फास्ट फूड के अधिक सेवन से मोटापा, अस्थमा, सर दर्द, दांतों में कैविटी, हाई ब्लडप्रेशर और कई स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। दरअसल, किसी भी फास्ट फूड में लगभग 64% कैलोरी फैट होते है। ऐसे फूड्स में प्रोटीन की मात्रा बिल्कुल नहीं होती और फाइबर की मात्रा भी न के बराबर होती है। इसलिए एक्सपर्ट पुरुषों को इसके सेवन की सलाह नहीं देते हैं। फास्ट फूड्स जैसे, पिज्जा, बर्गर, हॉट डॉग आदि में मौजूद अनहेल्दी फैट से मोटापा बढ़ता है, जिससे पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होने लगता है और स्पर्म मोबिलिटी भी कम हो जाती है। इसके अलावा फास्ट फूड का अधिक सेवन खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है और अच्छे कोलेस्ट्राल को कम करता है, जिससे दिल की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
फ्रेंच फ्राइज आलू से बनी फ्रेंच फ्राइज जितनी स्वादिष्ट होती हैं,सेहत के लिए उतनी ही ख़राब है और इस नुकसान को और ज़्यादा नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। आलू वैसे ही कैलोरी से भरपूर होते हैं, ऊपर से डीप फ्राई होने के कारण उनमें और अधिक कैलोरीज बन जाती हैं। लोगों की पसंदीदा लार्ज फ्राइज़ की एक सर्विंग में 510 कैलोरी होती हैं, जो आपकी कैलोरी की रोज़ाना ज़रूरत का एक बड़ा हिस्सा है। फ्रेंच फ्राइज में एक्रिलामाइड नामक एक कैंसर पैदा करने वाला कंपाउंड पाया जाता है। एक्रिलामाइड कैमिकल रिएक्शन से स्टार्ची फूड्स में पाया जाता है। एक्सपर्ट पुरुषों के साथ-साथ किसी को भी फ्रेंच फ्राइज खाने की सलाह नहीं देते इसलिए किसी को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
कॉफी और कोल्ड ड्रिंक्स कॉफी और कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ज्यादा कॉफी पीने आपकी हड्डियों को कमजोर कर देता है। अधिक मात्रा में कैफीन लेने से हड्डियां पतली होने लगती हैं। साथ ही ऑस्टियोपेरोसिस होने का खतरा भी बढ़ जाता है। अमेरिका में हुए एक रिसर्च के मुताबिक पुरुषों को ज्यादा कॉफी और कोल्ड ड्रिंक्स का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। कॉफी और कोल्ड ड्रिंक्स में मौजूद कैफीन से स्पर्म की संख्या कम हो सकती है।
ट्रांस फैट भोजन में ट्रांस फैट होने से कई खतरे हैं। बात केवल चिंताजनक कैलोरीज की नहीं है, यह तेल ही एक प्रकार से जहरीला है, इससे नुकसान ही नुकसान है। एक ही तेल को बार-बार इस्तेमाल करना और ज्यादा नुकसानदेह है। इससे ट्रांस फैट की तादाद बढ़ जाती है। ट्रांस फैट आपके कई अंगों की सेहत धीरे-धीरे खराब कर देता है। ट्रांस फैट से सेहत को कोई भी लाभ नहीं होता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, ट्रांस फैट हार्ट डिसीज का खतरा काफी बढ़ा देता है। 2011 में स्पेन में हुई एक स्टडी के मुताबिक, ट्रांस फैट के अधिक सेवन से पुरुषों में स्पर्म काउंट कम हो जाता है।
प्रोसेस्ड मीट प्रोसेस्ड मीट की लाइफ बढ़ाने के लिए उनमें कई तरीके से प्रिजर्वेटिव्स, नमक और अन्य केमिकल मिलाए जाते हैं, कुछ समय पहले हुई स्टडीज के मुताबिक, प्रोसेस्ड मीट के सेवन से कई बीमारियां जन्म लेती हैं और वहीं यह भी बताया था कि प्रोसेस्ड मीट के अधिक सेवन से स्पर्म काउंट में कमी आने लगती है। लेकिन इसी स्टडी ने चिकन और स्पर्म काउंट से कोई नुकसान नहीं बताया था। इसका मतलब साफ है कि मीट प्रोसेस किया हुआ नहीं होना चाहिए।
अल्कोहल पुरुषों को अल्कोहल के इस्तेमाल से बचाना चाहिए। अगर इस्तेमाल करना भी है तो बेहद सीमित करें। अल्कोहल का ज्यादा सेवन पुरुषों के रिप्रोडक्शन सिस्टम को प्रभावित करता है। इसका अलावा शराब का सबसे ज्यादा असर किडनी पर पड़ता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, शराब के सेवन से दिमाग उस हार्मोन को प्रभावित करता है जो किडनियों को अधिक मात्रा में यूरिन बनाने से रोकता है। यानी शराब पीने से बार-बार पेशाब के लिए जाने की जरूरत महसूस होती है। लंबे समय तक ऐसी स्थिति रहे तो किडनी खराब हो सकती है। डायबिटीज का सबसे ज्यादा खतरा शराब पीने वालों को होता है। कारण- शरीर में इन्सुलिन बनाने का काम पैंक्रियाज यानी अग्नाशय का होता है और अल्कोहल इस काम में बाधा बनता है। लंबे समय तक अधिक शराब पीने से शरीर पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन नहीं बना पाता है और व्यक्ति डायबिटीज का मरीज बन जाता है।
रिफाइंड शुगररिफाइंड शुगर में भारी मात्रा में कैलोरी रहती है। इसमें जरूरी पोषण कुछ भी नहीं है। मेटाबॉलिज्म पर ये खराब असर डालती है और इससे कई तरह की बीमारियां, जैसे मोटापा, कैंसर, टाइप—2 डायबिटीज, लिवर के रोग हो सकते हैं। रिफाइंड शुगर के रक्त में मिलने से पहले पाचन मार्ग में यह सिम्पल शुगर के दो भाग ग्लूकोज़ और फ्रक्टोज़ में विभाजित होती है। जो लोग शारीरिक श्रम नहीं करते हैं, उन्हें इससे मुश्किल होती है।
सोया प्रोडक्ट ऑक्सफोर्ड जर्नल में पब्लिश हुई स्टडी बताती है कि सोया प्रोडक्ट के अधिक सेवन से पुरुषों में कई साइड इफेक्ट देखे जाते हैं। स्टडी में पाया गया था, अगर कोई 3 महीने तक रोजाना सोया प्रोडक्ट का सेवन करता है, तो उसके स्पर्म काउंट में 41 मिलियन प्रति/मिली की कमी आ जाती है। रिसर्चर्स ने यह भी पाया कि सोया प्रोडक्ट के अधिक सेवन से पुरुषों में एस्ट्रोजन की मात्रा बढ़ जाती है, जिसके कारण उनके शरीर में कई बदलाव आ सकते हैं।