शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक हैं लीवर जो ब्लड सर्कुलेशन, विषाक्त पदार्थों को छानने, मैक्रो और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स को संतुलित करने और हार्मोन को रेगुलेट करने जैसे कई कार्य करता है। लीवर प्रोटीन और कोलेस्ट्रॉल के उत्पादन में भी मदद करता है। जब लिवर ठीक से काम कर रहा होता है तो इससे आपकी इम्यूनिटी भी बढ़ती है। लिवर में गंदगी होने से उसकी कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए, ये जरूरी है कि इसे समय रहते डिटॉक्स कर लिया जाए। एक स्वस्थ्य शरीर के लिए लिवर का स्वस्थ्य होना बेहद जरूरी है। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे आहार की जानकारी लेकर आए हैं जिनकी मदद से लीवर को डिटॉक्स करते हुए हेल्दी और मजबूत बनाया जा सकता हैं। आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...
हरी पत्तेदार सब्जियां
एक्सपर्ट बताती हैं कि हरी पत्तेदार सब्जियां अपने सफाई गुणों के लिए जानी जाती हैं, क्योंकि इनमें क्लोरोफिल होता है। जो रक्तप्रवाह से विषाक्त पदार्थों को सोखने का काम करता है। ये सब्जियां पेट के लिए हल्की भी होती हैं। जिससे इसे पचाने में दिक्कत नहीं होती है। ऐसे में आप पालक, केल, धनिया आदि को शामिल कर सकते हैं।
नींबू
नींबू लिवर के लिए बेहद जरूरी माना जाता है। नींबू खीने से लिवर साफ और स्वस्थ रहता है। नींबू में पाया जाने वाला डी-लिमोनेने नामक तत्व लिवर की कोशिकाओं को एक्टिव करता है, जिससे लिवर साफ होता है। नींबू लिवर के जरिए खनिज के अवशोषण को भी बढ़ाता है। अगर आप रोज नींबू-पानी पीते हैं तो आपके लिवर को जबरदस्त फायदा मिलेगा।
लहसुन
लहसुन में सल्फर के कंपाउंड होते हैं जो लिवर को हेल्दी रखने का काम करते हैं और लिवर एंजाइम को सक्रिय रखने के लिए जरूरी होते हैं। ये शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए जिम्मेदार होते हैं। इसमें सेलेनियम भी होता है, जो एक जरूरी मिनरल है। लिवर को साफ रखने के लिए लहसुन को डाइट में जरूरी शामिल करें।
हल्दी
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन लिवर की कोशिकाओं की मरम्मत करता है और विषाक्त पदार्थों को खत्म करता है। यह लीवर की क्षति और पित्त के उत्पादन से भी बचाता है। हल्दी का सेवन लाभकारी है इसलिए लीवर डिटॉक्स के लिए हल्दी का सेवन बढ़ा देना चाहिए। हल्दी एंजाइम बूस्टर का काम करती है जिससे भोजन के साथ पेट के अंदर गए टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
सूरजमुखी के बीज
सूरजमुखी के बीज में सेलेनियम केमिकल और विटामिन-ई पाया जाता है, जो कि लिवर के काम करने की क्षमता को बढ़ाते हैं। साथ ही ये हमारे शरीर में बनने वाले बैड कोलेस्ट्रॉल को भी रोकते हैं। वहीं, सूरजमुखी के बीज में जो मैग्नीशियम मौजूद होता है, वो दिल को स्वस्थ रखने का काम करता है।
ऑलिव ऑयल
एक्सपर्ट बताती हैं कि अध्ययनों से पता चला है जैतून का तेल एंजाइमों के एंटीऑक्सीडेंट गुणों को बढ़ाता है। इसलिए, अन्य प्रकार के तेलों को इस्तेमाल करने के बजाय जैतून का तेल का सेवन ज्यादा बेहतर है। यह फैटी लीवर की समस्या को भी खत्म करता है।
पपीता
लिवर के लिए पपीता बेहद लाभाकारी है। आप इसका जूस पी सकते हैं। लिवर को मजबूत बनाने के लिए भी पपीता काफी कारगर साबित हो सकता है। पपीता लिवर को डिटॉक्सिफाई करने में भी सक्रिय रूप से कार्य करता है। आप हफ्ते में पपीते का सेवन कम से कम 2 बार जरूर कर सकते हैं।
नट्स
नट्स विशेष रूप से अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड और ग्लूटाथियोन में उच्च होते हैं, जो लीवर को प्राकृतिक रूप से साफ करने और लीवर एंजाइम के स्तर में सुधार करने में मदद करते हैं।
ग्रीन टी
ग्रीन टी में प्लांट बेस्ड एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जिन्हें कैटेचिन के रूप में जाना जाता है, जो लीवर फैट को खत्म करने के लिए जाने जाते हैं। इसलिए, हेल्दी लिवर के लिए हर दिन 2-3 कप ग्रीन टी पी सकते हैं। यह भी लिवर को डिटॉक्स करने में काफी मददगार माने जाते है।
हरी प्याज
इसमें हमारी मदद हरी प्याज कर सकती है, क्योंकि ये
एंटीऑक्सीडेंट्स और सल्फर से भरपूर होती है और ये विषैले तत्वो को खत्म
करने में मदद करने वाले एंजाइम को सक्रिय कर देती है। साथ ही हरी प्याज के
सेवन से कोलेस्ट्रॉल कम होता है और हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी कम
रहता है। इसलिए हमें अपने भोजन में इसे जरूर शामिल करना चाहिए।