महिलाओं के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं पीरियड्स जिससे हर महिला को गुजरना पड़ता हैं। लेकिन अक्सर देखा गया हैं की महिलाओं को जब भी कभी पीरियड्स से जुड़ी समस्याएँ होती हैं तो वे इसे बताने में हिचकिचाती है जो कि उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता हैं। इसी के साथ ही कई ऐसी पर्सनल हैल्थ प्रॉब्लम्स हैं जिनके बारे में बताने से महिलाएं संकोच करती हैं। जबकि ऐसे में उन्हें मेडिकल हैल्प की जरूरत होती हैं। तो आइये जानते हैं महिलाओं की उन हैल्थ प्रॉब्लम्स के बारे में जिनके बारे में महिलाएं बोलने से भी डरती है।
वेजाइना से बदबू आना
वेजाइना में पीएच स्तर असंतुलन होने के कारण लैक्टोबैसिलस नामक बैक्टीरिया बढ़ जाता है, जिसके कारण गंध आने लगती हैं। महिलाएं अपनी इस समस्या को गंभीरता से नहीं लेती, जिसके कारण उनमें एसटीआई और गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
लगातार पसीना आना
पसीना आना आम बात है लेकिन हद से ज्यादा पसीना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। महिलाओं में ज्यादा पसीना आना या उससे बदबू आना हाइपरहिड्रोसिस का संकेत होता है। इसलिए इस प्रॉब्लम को किसी के साथ शेयर करके मेडिकल चेकअप करवाएं और इसका सही उपचार करें।
निपल्स में बदलाव
निपल्स में बदलाव होना कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है लेकिन महिलाएं इस प्रॉब्लम को किसी के साथ शेयर नहीं करती। अगर आपको निपल्स में किसी भी तरह का बदलाव जैसे आकार, रंग, अल्सर, वाइट डिस्चार्ज या गांठ दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से चेकअप करवाएं।
यौन इच्छा की कमी
इस टॉपिक के उपर बात करना तो महिलाएं बिल्कुल पसंद नहीं करती। मेडिकल भाषा में इसे 'हाइपोएक्टिव यौन इच्छा विकार' या एचएसडीडी कहा जाता है। मेनोपॉज से पीड़ित महिलाओं में यौन की कमी होना आम बात है लेकिन कई बार यह समस्या हार्मोनल असंतुलन के कारण भी हो जाती है। इसलिए इस बात को छुपाने की बजाए डॉक्टर से संपर्क करें।
स्टूल की प्रॉब्लम
महिलाओं के साथ-साथ पुरूष भी इस बारे में बात करना पसंद नहीं करते। मगर पॉटी करते समय किसी भी तरह की समस्या होना, दर्द होना, म्यूकस या खून आना पाचन तंत्र खराब होने का इशारा है। ऐसे मेें आपको किसी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।