कहीं आप कीटो के दौरान कर तो नहीं रहे ये गलतियां, वजन कम करने के चक्कर में सेहत को होगा नुकसान

आज के समय में वजन बढ़ना कई लोगों की समस्या हो चुकी हैं जिससे छुटकारा पाने के लिए लोग घंटों जिम में पसीना बहाने में लगे हुए हैं। लेकिन जब तक डाइट में बदलाव नहीं किया जाता इसका प्रभाव कम पड़ता हैं। देखा जाता हैं कि आजकल लोग वजन नियंत्रित करने के लिए डाइटिंग की मदद लेते हैं, खासतौर से कीटो का चलन बहुत हैं। लेकिन अक्सर लोग कीटो के दौरान कुछ गलतियां कर बैठते हैं जिसकी वजह से वजन कम होने की बजाय आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। तो चलिए डाइटिंग से जुड़ी ऐसी ही कुछ गलतियों के बारे में जानते हैं।

एकदम से डाइट में बदलाव करना

अगर आप वजन नियंत्रित करने के चक्कर में एकदम से अपनी डाइट में काफी बदलाव कर देते हैं तो यह आपकी सबसे बड़ी गलती हो सकती है। अगर आप डाइटिंग की शुरुआत में ही अपनी डाइट में कैलोरी की मात्रा को बिल्कुल कम कर देते हैं तो इससे आपके मेटाबॉलिज्म की कार्यक्षमता काफी कम हो जाती है और आपको वजन नियंत्रित करने में काफी समय लग सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप धीरे-धीरे अपनी डाइट में बदलाव करें।

शरीर को डिहाइड्रेट न होने दें

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक 'कीटो डाइट' को प्रयोग में लाने के दौरान शरीर को हाइड्रेट रखना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। कई लोग डाइट के दौरान पानी पीना कम कर देते हैं, जोकि गलत है। भरपूर मात्रा में पानी पिएं। हालांकि इस दौरान सोडा, एडेड शुगर वाले पेय पदार्थ या एनर्जी ड्रिंक आदि से परहेज करना चाहिए। ये सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।

पर्याप्त मात्रा में आराम न करना

अध्ययनों से पता चला है कि तनाव वजन बढ़ने का एक कारण हो सकता है। पर्याप्त मात्रा में नींद न लेने से कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर में वृद्धि हो सकती है, यह तनाव को बढ़ाने वाला हार्मोन है। इसकी अधिकता से तनाव, चिंता, थकान और अन्य प्रकार के शारीरिक और मानसिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। शरीर को पूरा आराम न मिलने से कीटो डाइट का प्रभाव कम हो सकता है। इसलिए इस डाइट का पालन करने वाले लोगों को पर्याप्त मात्रा में शरीर को आराम जरूर देना चाहिए।

आहार का संतुलित न होना

कीटो डाइट को एक प्रतिबंधात्मक आहार माना जाता है जिसके लिए आपको अपने खान-पान की आदतों में बदलाव की आवश्यकता होती है। आहार में संतुलन को बनाए रखने के लिए वसा, प्रोटीन, सोडियम और तमाम तरह के अन्य पोषक तत्वों वाली चीजों को भोजन में जरूर शामिल करें। डाइट लेने का मतलब भोजन छोड़ने से ज्यादा, सही औऱ पौष्टिक मात्रा में सेवन पर ध्यान देना होता है।

कीटो फ्लू को न करें नजरअंदाज

आहार विशेषज्ञों के मुताबिक कार्ब्स के सेवन में अचानक कमी और आहार में बदलाव के कारण कीटो फ्लू नामक स्थिति हो सकती है। कीटो फ्लू के लक्षणों में मतली, थकान, कब्ज, सिरदर्द आदि शामिल हैं। यही कारण है कि कीटो डाइट लेने से पहले इस तरह की जटिलताओं से बेहतर तरीके से निपटने के लिए तैयारी कर लें। इस बारे में किसी आहार विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

पूरा न होने वाला लक्ष्य निर्धारित करना

अगर आपका वजन नियंत्रित करने से संबंधित लक्ष्य ही ठीक नहीं होगा तो आपको काफी परेशानियों का सामना कर सकता है। उदाहरण के लिए, अगर आपने एक हफ्ते में 10 किलो वजन कम करने का लक्ष्य बनाया है तो ऐसा संभव नहीं है। इसलिए अच्छा होगा कि आप वही लक्ष्य बनाएं जिसे आप आसानी से पूरा कर पाएं। अगर आपको अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए किसी विशेषज्ञ की जरूरत पड़े तो बिना हिचकिचाएं उनसे संपर्क करें।