दिल हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है। और इसलिए दिल को स्वस्थ रखने के लिए ऐसे फूड की जरूरत होती है जिसमें पोषक तत्वों के अलावा दिल को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों को शरीर से बाहर निकालने का गुण हो। जब हम healthy heart की बात कहते हैं तो उसमें पोषण के साथ रक्षा करने वाले फूड भी शामिल होते हैं। हेल्दी हार्ट के लिए कुछ फूड बेहद जरूरी होते हैं। यहां जानिए कि किस तरह आप अपने दिल को जीवनभर सेहतमंद रख सकते हैं।
अनार
अनार सेहत के साथ साथ डील के लिए भी काफी फायदेमंद होता है क्योंकि अनार रक्त में नाइट्रिक ऑक्साइड को बढ़ाता है जिससे ब्लड प्रेशर की तकलीफ दूर की जा सकती है।
हरी सब्जियां
अपने डाइट में अधिक से अधिक मात्रा में हरी सब्जियां का सेवन करें। क्योंकि इन सब्जियों में फाइबर और न्यूट्रिऐंट्स बहुत अधिक मात्रा में होते हैं। जो शरीर में फैट बढ़ने से रोकते हैं।
दही
दही का सेवन बेहतर पाचन के लिए किया जाता है। दही में प्रोबायोटिक्स पाया जाता है, प्रोबायोटिक्स एक तरह से बैक्टीरिया का समूह हैं। अच्छे बैक्टीरिया शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करते हैं। हेल्दी हार्ट के लिए शरीर का इम्यून सिस्टम बेहतर होना जरुरी है।
टमाटर
टमाटर एक ऐसे सब्जी है जिसका आमतौर पर रोज इस्तेमाल होता है। टमाटर में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। जो बुरे कोलेस्ट्रॉल को घटाकर धमनियों की देखभाल कर सकते हैं।
नट्स
शरीर के नर्व सिस्टम को मजबूत रखना है तो नट्स खाना कभी नहीं भूले। नट्स में विटामिन के साथ अन्य पोषक तत्व पाये जाते हैं जो हार्ट के लिए काफी अच्छे माने जाते है।
लहसुन
लहसुन दिल के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इसमें मौजूद एलीसिन तत्व कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाकर रक्त के थक्के बनने से रोकने में मदद कर सकता है।
सोयायह शरीर में ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम करते हैं। इनमें पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स, फाइबर, विटामिन और खनीज भी भरपूर मात्रा में होता है। बीन्स, टोफू या दूध के रूप में सोया का सेवन कर सकते हैं।
सेबसेब एक ऐसा फल है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। सेब में पेक्टिन होता है जो कोलेस्ट्रॉल को घटाने और धमनियों को खोलने में मददगार हो सकता है। सेब दिल को स्वस्थ रखने में भी मदद कर सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।