डायबिटीज मरीजों के लिए बेहतर रहेगा इन नट्स का सेवन, करें दिनचर्या में शामिल

वर्तमान समय की लाइफस्टाइल में बीमारियों का डर लगातार बना हुआ हैं जिसमें से एक हैं डायबिटीज। आबादी का एक बड़ा हिस्सा डायबिटीज की समस्या से परेशान हैं। डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान पर बहुत ध्यान देने की जरूरत पड़ती हैं। खासतौर से टाइप 2 डायबिटीज से ग्रसित लोगों को। डायबिटीज के मरीज जो भी खाते हैं, उसका सीधा असर उनके ब्लड शुगर पर पड़ता है। ऐसे मरीजों को अपनी डाइट का चुनाव उसकी न्यूट्रीशनल वैल्यू को नजर में रखते हुए ही करना चाहिए। नट्स को सेहत के लिए अच्छा माना जाता हैं लेकिन डायबिटीज मरीजों को सही से चुनाव करके ही नट्स का सेवन करना चाहिए। आज हम आपको यहां बताने जा रहे हैं कि डायबिटीज मरीजों के लिए कौनसे नट्स का सेवन बेहतर रहेगा।

अखरोट

अखरोट कैलोरी में काफी हाई होते हैं, लेकिन बॉडी फैट पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है। एक्सपर्ट्स और हेल्थ रिसर्च की माने तो अखरोट का सेवन करने से डायबिटीज का खतरा काफी हद तक कम होता है और ये शरीर में एचडीएल कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम कर एलडीएल को बढ़ावा देता है। इसके सेवन से डायबिटीज के मरीजों का वजन संतुलित रहता है। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, शुगर, डाइटरी फाइबर, कैल्शियम, आयरन और फास्फोरस पाए जाते हैं। इससे आपका पाचन तंत्र भी सही रहता है और हड्डियां भी मजबूत होती है।


पिस्ता

पिस्ते में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और गुड फैट होता है। इसको खाने के बाद लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। पिस्ता खाने से मतलब है शरीर को भरपूर ऊर्जा देना। इसमें फाइबर और फैट्स अच्छी मात्रा में होते हैं, जिसके बाद पेट काफी देर तक भरा हुआ रहता है। 2015 में हुए एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 4 सप्ताह में टाइप-2 डायबिटीज वाले लोगों को पिस्ता युक्त आहार दिया। चार सप्ताह के बाद इन लोगों में एलडीएल और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का अनुपात देखने लायक था। इतना ही नहीं, पिस्ता खाने वालों में ट्राइग्लिसराइड का स्तर भी काफी कम हो गया था, जो बेहतर हृदय स्वास्थ्य का संकेत है।

बादाम

बादाम का सेवन करने से आपको कई तरह के लाभ मिल सकते हैं। इससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है। बादाम में मौजूद पोषक तत्व ब्लड शुगर को कंट्रोल कर शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है, जिससे धमनियों में रक्त का प्रवाह अच्छे से हो पाता है। इसके अलावा बादाम एचडीएल की मात्रा बढ़ाते हैं, जिससे हाई ब्लड प्रेशर और हृदय समस्याओं का खतरा कम हो सकता है।

मूंगफली

मूंगफली में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और फाइबर पाया जाता है। टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिए मूंगफली बहुत फायदेमंद होती है। रोजाना मूंगफली के सेवन से वजन कम होने के साथ दिल संबंधी बीमारी होने का खतरा भी कम होता है। डायबिटीज के मरीजों को मूंगफली के सेवन से बहुत फायदा पहुंचता है, क्योंकि ये डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर के लेवल को नॉर्मल रखती है। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसके लिए रोजाना सुबह में एक मुठ्ठी भीगी हुई मूंगफली का सेवन करें।

काजू

काजू खाने में बेहद स्वादिष्ट और पौष्टिक होते हैं, सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल मेंटेन रहता है और डायबिटीज का रिस्क कम होता है। काजू खाने से ग्लूकोस लेवल मेंटेन रहता है और इसका वेट पर भी कोई प्रभाव नही पड़ता है। काजू एचडीएल से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के अनुपात को बेहतर बनाने और दिल के रोग के जोखिम को कम करने के लिए बहुत अच्छा है। 2018 के एक अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने 300 लोगों को काजू युक्त आहार दिया। 12 सप्ताह के बाद टाइप-2 डायबिटीज वाले इन प्रतिभागियों के ब्लड प्रेशर में न केवल कमी आई बल्कि एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ा हुआ दिखा।


मैकाडामिया नट्स का सेवन करें

कई शोध में खुलासा हो चुका है कि मैकाडामिया नट्स बढ़ते वजन और शुगर को कंट्रोल करने में सक्षम है। इसके सेवन से शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए भी मैकाडामिया नट्स का सेवन कर सकते हैं। इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे देर तक पेट भरा रहता है।