अक्सर देखा गया है कि लोग कुछ खाने से पहले हाथ धोने के बारे में नहीं सोचते हैं और अगर धोते भी है तो केवल साधारण पानी से हाथ धोते हैं। जो कि बहुत गलत होता हैं क्योंकि केवल हाथ धोना ही काफी नहीं है बल्कि सही तरीके से हाथ धोना जरूरी हैं। अच्छे से हाथ ना धोने से कई तरह की समस्याएँ आने लगती हैं, जो शरीर की कई बीमारियों को बुलावा देती हैं। आज हम आपको उन्हीं बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो अच्छे से हाथ ना धोने की वजह से पनपती हैं। तो आइये जानते हैं इन बीमारियों के बारे में।
* आंख और त्वचा का इंफेक्शनलोग अक्सर दिन भर अपने बिना धुले, काटाणु भरे हाथों से अपनी आंखें, नाक और मुंह को छूते रहते हैं, और उन्हें इस बात को कोई अंदाजा भी नहीं होता। जिस कारण आंख, नाक व मुंह से होकर हाथों के कीटाणु शरीर के भीतर चले जाते हैं और संक्रमण का कारण बनते हैं। इसलिए हर 3 घंटे में कम से कम एक बार अपना हाथ जरूर धोएं। गंदी वस्तुओं के छूने के बाद तो हाथ धोना बेहद जरूरी है, वर्ना संक्रमण तेजी से फैलने लगता है।
* डायरिया का खतराहाथों की ठीक से सफाई न रखने और गंदे हाथों से खाने-पीने से सबसे ज्यादा डायरिया का खतरा होता है। 2018 की सरकारी रिपोर्ट के अनुसार भारत में संक्रामक रोगों से होने वाली मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण डायरिया है। आमतौर पर बच्चे हाथ धोने को लेकर ज्यादा संजीदा नहीं होते।खेलने के बाद सीधा खाने की मेज पर बैठ जाना तो बच्चों के मामले में आम बात है। ऐसे में बच्चों में सही तरीके से हाथ धोने की आदत विकसित करना बहुत जरूरी है।
* निमोनियानिमोनिया भी एक खतरनाक बीमारी है और भारत में संक्रामक रोगों से होने वाली मौतों में तीसरा सबसे बड़ा कारण है। सही तरीके से हाथ न धोने के कारण पेट में जाने वाली गंदगी और कीटाणु निमोनिया का कारण बन सकते हैं। इससे बचाव के लिए सही तरीके से खाने से पहले और शौच के बाद हाथ धोना बहुत जरूरी है।
* ई कॉलि संक्रमणटॉयलेट उपयोग करने के बाद हाथों को न धोने से ई कोली का खतरा होता है। ये मल में मौजूद कीटाणुओं से फैलने वाला एक संक्रमण है, जो कई बार खतरनाक हो सकता है। यदि संक्रमित व्यक्ति टॉयलेट का इस्तेमाल करने के बाद ठीक से हाथ नहीं धोता है तो ई कोलाई बैक्टीरिया टॉयलेट तथा अन्य लोगों में फैल सकता है। इस बैक्टीरिया से गंभीर दस्त और एक सप्ताह के लिए पीड़ादायक ऐंठन हो सकती है।
* फूड प्वाइजनिंगकच्चे चिकन (मांस) को गंदे हाथों से छूने पर उसमें साल्मोनेला पॉइजनिंग हो सकती है। और फिर इस संक्रमित चिकन को खाने से फूड पॉइजनिंग हो सकती है। साथ ही अन्य खाद्य पदार्थ भी विषाक्तता से प्रभावित हो सकते हैं। संक्रमित होने पर किसी व्यक्ति को पेट दर्द, दस्त व कभी-कभी मतली और उल्टी भी हो सकते हैं।