कोरोना वायरस महामारी एक बड़ा रूप ले चुकी हैं जो कि थमने का नाम नहीं ले रही है। हर दिन इसके संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा हैं जो कि सोचने पर मजबूर कर देता हैं। दुनियाभर में इससे लाखों लोगों की मौत हो चुकी हैं। ऐसे में हमेशा ही लोगों के मन में सवाल उठता रहा हैं कि क्या यह जानवरों से भी फैल सकता हैं। इसमें मच्छरों से जुड़ी के शोध सामने आई हैं। मच्छरों से संबंधित हाल ही में हुई एक शोध साइंटिफिक रिपोर्ट्स जर्नल में प्रकाशित हुई है। वैज्ञानिकों ने शोध का मुद्दा रखा था, 'क्या मच्छर कोरोना वायरस के वाहक हो सकते हैं?' अब इसका जवाब उन्हें मिल गया है। आइए जानते हैं कि इस शोध में क्या कुछ सामने आया है।
शोध के मुताबिक, मच्छरों से कोरोना वायरस का संक्रमण इंसानों में नहीं फैलता है। अध्ययन में पाया गया कि वायरस मच्छरों की तीन मुख्य प्रजातियों में अपनी संख्या नहीं बढ़ा पाता। ऐसे में अगर कोई मच्छर किसी कोरोना संक्रमित इंसान को काट भी ले तो वो अन्य इंसानों में उसका संक्रमण नहीं फैला सकता।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इस अध्ययन की पुष्टि की है। उसने शोध का हवाला देते हुए कहा कि मच्छर कोरोना के संक्रमण का वाहक नहीं बन सकता है। हालांकि इसके बावजूद यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या कुत्ते और बिल्ली जैसे जानवर कोरोना के वाहक हैं, क्योंकि फिलहाल इसके पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन ऐसे मामले कई बार सुनने को मिल जरूर हैं।
हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्पेन के एक फार्म में कई ऊदबिलाव कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिसके बाद वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए एक लाख ऊदबिलाव (मिंक) को मारने का आदेश दिया गया है। दरअसल, फार्म में काम करने वाले कर्मचारी कोरोना से संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद ऊदबिलावों का कोरोना टेस्ट किया गया था, जिसमें फार्म के करीब 87 फीसदी ऊदबिलावों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।