दुनियाभर में कोरोना की वैक्सीन का इन्तजार हो रहा हैं कि कब इसके ट्रायल पूरे हो और यह आमजन के लिए उपलब्ध हो सकें। दुनियाभर में कई वैक्सीन पर रिसर्च जारी हैं। भारत में भी कई वैक्सीन पर काम जारी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर के अनुसार देश में अभी 6 वैक्सीन पर काम जारी हैं जिसमें से 3 वैक्सीन का ट्रायल एडवांस स्टेज में हैं। बात की जाए तो सबसे आगे कोविशील्ड है जो कि भारत बायोटेक की कोवैक्सिन और जायडस कैडिला की जायकोव डी से भी आगे चल रही है। कोविशील्ड सीरम इंडिया द्वारा बनाई जा रही हैं। बुधवार को पुणे में वॉलेंटियर्स को कोविशील्ड वैक्सीन की डोज दी गई थी। यह डोज पुणे के भारती विद्यापीठ मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में लगाई गई, जिसपर गुरुवार को चिकित्सकों ने अपडेट जानकारी साझा की है।
भारती विद्यापीठ मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की ओर से कहा गया है कि जिन दो लोगों को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित और सीरम इंडिया की ओर से बनाया गया कोविड-19 का टीका लगाया गया था, उनके स्वास्थ्य संबंधी अहम मानक सामान्य हैं। अस्पताल की ओर से एक वरिष्ठ चिकित्सक ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
क्लिनिकल ट्रायल के दूसरे चरण में पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा निर्मित कोविशिल्ड टीके का पहला 'शॉट' 32 वर्ष एवं 48 वर्ष के दो लोगों को बुधवार को लगाया गया था। एक अधिकारी ने बताया कि इसकी खुराक (डोज) एक महीने बाद दोहराई जाएगी।
मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के चिकित्सा उप निदेशक डॉ. जितेंद्र ओस्वाल ने कहा, ‘‘कल से हमारा चिकित्सा दल दोनों लोगों के संपर्क में है और वे दोनों ठीक हैं। टीकाकरण के बाद उन्हें दर्द, बुखार, इंजेक्शन का कोई दुष्प्रभाव या और कोई तकलीफ नहीं है।’’
डॉ. ओसवाल ने बताया कि बुधवार को टीका लगाने के बाद दोनों पर आधे घंटे तक नजर रखी गई, उसके बाद ही उन्हें घर जाने दिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें सभी आवश्यक नंबर दिए गए थे जिन पर आपात स्थिति में संपर्क साधा जा सकता है। हमारी मेडिकल टीम भी उनके साथ लगातार संपर्क में है।’’
अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. संजय ललवानी ने बुधवार को कहा था कि दोनों व्यक्तियों को एक महीने के बाद टीके की एक और खुराक दी जाएगी और अगले सात दिन में 25 लोगों को यह टीका लगाया जाएगा।