कोविड से रिकवरी के दो साल बाद भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुए फेंफड़े, स्टडी में सामने आईं चिंता वाली बात

क्या आप कोरोना से संक्रमित हुए थे तो हाल ही में सामने आई ये स्टडी आपको चिंता में डाल सकती है। दरअसल, स्टडी में कहा गया है कि कोविड से ठीक हुए लोगों के फेंफड़े पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैं। स्टडी में बताया गया है कि दुनियाभर में 60 करोड़ से ज्यादा लोग कोविड से रिकवर हो चुके हैं, लेकिन फिर भी उनके कुछ अंगों में, खासकर फेफड़ों में लंबे समय तक इन्फेक्शन रह सकता है।

'रेडियोलॉजी' नाम के एक साइंस जर्नल में पब्लिश हुई इस स्टडी को चीन के वुहान में स्थित मेडिकल कॉलेज ऑफ हुआझोंग यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के क्विंग यी और हेशुई शी ने की है।

कोविड से ठीक हो चुके 144 मरीजों (79 पुरुष और 65 महिलाएं) को इस स्टडी में शामिल किया गया था। इन सभी मरीजों की औसत उम्र 60 साल थी। ये वो मरीज थे जो 15 जनवरी से 10 मार्च 2020 के बीच कोविड से ठीक हुए थे। इन लोगों का 6 महीने, 12 महीने और 2 साल में तीन बार सीटी स्कैन किया गया था। सीटी स्कैन में सामने आया कि कोविड से रिकवर होने के दो साल बाद भी इनके फेफड़ों में फाइब्रोसिस, थिकनिंग, हनीकॉम्बिंग, सिस्टिक चेंज जैसी कई तरह की समस्याएं दिखीं।

स्टडी में पता चला कि 6 महीने बाद 54% मरीजों के फेफड़ों में परेशानियां थीं। वहीं, दो साल बाद भी 39% मरीजों के फेफड़े पूरी तरह ठीक नहीं हुए थे। जबकि, 61% यानी 88 मरीजों के फेफड़े ठीक थे।

स्टडी में बताया गया है कि मरीजों में सांस लेने से जुड़ी समस्याएं लंबे समय तक रहीं। हालांकि, 6 महीने बाद 30% मरीजों में ये समस्या थी, जबकि दो साल बाद ऐसे मरीजों की संख्या घटकर 22% हो गई। स्टडी के मुताबिक दो साल बाद भी कई मरीजों को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। सामने आया कि दो साल बाद भी 29% मरीजों में पल्मोनरी डिफ्यूजन की शिकायत थी।