बार-बार चेहरा छूने से हो सकते है कोरोना वायरस का शिकार, ऐसे बचे

कोरोना वायरस (coronavirus) से बचने के लिए साबुन से हाथ धोने या फिर हैंड-सैनिटाइजर के इस्तेमाल के लिए बार-बार लोगों से कहा जा रहा है। ऐसे में एक और चीज जिसके बारे में बताया जा रहा है वो है चेहरे को छूने से बचना। हालाकि, अगर हम प्रैक्टिकल में जाए तो ऐसा करना काफी मुस्किल है लेकिन कुछ तरीकों से हम मुंह, नाक, आंखों या कान को कम से कम छूने की प्रैक्टिस सीख सकते हैं।

साल 2015 में Sydney University ने 26 मेडिकल प्रोफेशनल्स पर एक स्टडी की। इसके तहत वीडियो के जरिए उनपर चौबीसों घंटे नजर रखी गई कि वे दिन में कितनी बार अपना चेहरा छूते हैं। स्टडी के अंत में पाया गया कि डॉक्टर होने और चेहरा छूने से नुकसानों से वाकिफ होने के बावजूद 1 घंटे में औसतन 23 बार उनके हाथ चेहरे पर गए। ऐसे ही कुछ दिनों पहले ही कैलीफोर्निया की एक हेल्थ ऑफिशियल Sara Cody की वो वीडियो वायरल हुई जिसमें वे प्रेस कॉफ्रेंस में लोगों को कोरोना के बचने के लिए सचेत कर रही थीं। चेहरा छूने का उपाय देते हुए वो ऑफिशियल मुंह में ऊंगली लगाते हुए पन्ने पलट रही थीं।

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का वो बयान भी चर्चा में रहा, जिसमें वे कोरोना के जिक्र पर कहते हैं कि मैंने हफ्तों से अपना चेहरा नहीं छुआ। मैं वो 'मिस' करता हूं। ये और बात है कि बयान के तुरंत बाद ही ट्रंप की गालों पर ऊंगलियां रखे हुए फोटो वायरल हुई थी। यानी चेहरे (मुंह, आंखें, नाक) को छूने से बचना उतना आसान नहीं है, जितना सुनाई पड़ता है।

चेहरा छूने पर क्या होता है

चलिए ऐसे में हम आपको बताते है कि बार-बार चेहरे पर हाथ लगाने से हमें कितना नुकसान हो सकता है। World Health Organization (WHO) द्वारा शुरू से कहा जा रहा है कि अगर कोरोना वायरस से बचना है तो अपना चेहरा यानी आंखें, नाक और मुंह को छूने से बचें। चूंकि ये वायरस प्लास्टिक, लकड़ी, कपड़ों या मेटल पर घंटों रह सकता है इसलिए अगर संक्रमित व्यक्ति इनके संपर्क में आने के बाद चला भी जाए तो भी उसकी खांसी, छींक के जरिए वायरस इनपर रह जाते हैं। ऐसे में अगर हम इन चीजों के संपर्क में आते हैं और फिर चेहरा छूते हों तो आंख, नाक और मुंह में मौजूद म्यूकोसल मेंब्रेन के माध्यम से वायरस हमारे शरीर में पहुंच जाते हैं।

ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल जो सामने आता है कि कैसे हम अपने चेहरे, नाक , आंखे और मुंह को छूने से बच सकते है। इसके कई तरीके हो सकते हैं। जैसे हाल ही में एक नया एप आया है- donottouchyourface.com ये एक वेब बेस्ड एप है जो लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से चेहरा छूने से सचेत करता है। वेबकैम के जरिए ये हमपर नजर रखेगा और जैसे ही हम अपने चेहरे की तरफ हाथ बढ़ाएं, ये चेतावनी के लिए आवाज निकालेगा।

ऐसे में एक और तरीका है अपने हाथों में ग्लव्स या ऊंगलियों पर कुछ भी ऐसा बांध लें कि चेहरे पर हाथ जाते ही हम खुद अलर्ट हो जाएं। ऐसे में अगर आप कोई कपड़ा या ग्लव्स का इस्तेमाल करते है तो ध्यान रहे इन चीजों को अच्छी तरह से कीटाणुनाशक से धोकर इस्तेमाल करे।

अपने चेहरे को हाथों से छूने से बचाने के लिए एक और तरीका है वह यह कि जब भी चेहरे की ओर हाथ जाएं तो तुरंत ऊंगलियों को कुहनियों या कंधे की तरफ मोड़ दें। मनोविज्ञान की भाषा में इसे habit reversal कहते हैं जिसमें एक आदत का इलाज करने के लिए दूसरी अपेक्षाकृत कम हानिकारक आदत डाली जाती है। ये शोध Weill-Cornell School of Medicine की प्रोफेसर Gail Saltz ने किया। Centers for Disease Control and Prevention के अनुसार नियमित तौर पर हाथ धोना और पानी न होने की दशा में ऐसा सैनेटाइजर इस्तेमाल करना, जिसमें 70% तक अल्कोहल हो, ये भी वायरस से बचाव का एक आसान लेकिन बहुत कारगर तरीका है।