भारत में कोरोना वायरस से तीसरे मरीज की मौत हो गई है। मंगलवार को मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में 64 वर्षीय मरीज की मौत हो गई। इससे पहले दिल्ली और कर्नाटक में एक-एक मरीज की कोरोना की वजह से जान चली गई। कोरोना की वजह से जिन तीन मरीजों की मौत हुई है उन सभी की उम्र 60 साल से अधिक है। चीन और अन्य देशों में भी यही ट्रेंड है। डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना से सबसे अधिक खतरा अधिक उम्र के लोगों को है। इसके अलावा उन लोगों के लिए भी यह बीमारी मारक साबित हो रही है, जो पहले से ही दूसरी बीमारियों से लड़ रहे हैं। दिल के मरीज, कैंसर पीड़ित या डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के लिए कोरोना जानलेवा साबित हो रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चीन में कोरोना संक्रमित मरीजों पर स्टडी के बाद जो रिपोर्ट दी है उसके मुताबिक, कोरोना से अधिक खतरा उन लोगों को है जो पहले ही बीमार हैं। सबसे अधिक जान उन लोगों की गई जो पहले से ही दिल के मरीज थे या डायबिटीज से पीड़ित थे।
ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठता है कि इस वायरस से कैसे खुद और अपनों को बचाया जा सके। ऐसे में लोग मास्क और हैंड सैनिटाइजर के इस्तेमाल से खुद को इस वायरस से बचाने की कोशिश कर रहे है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सबको मास्क पहनना जरुरी है। इस सवाल का जवाब खुद स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से दिए गए हैं।
मास्क कब पहने?स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी की गई गाइडलाइन के मुताबिक हर किसी को मास्क पहनना जरूरी नहीं है, मास्क पहनने की जरूरत तभी है जब...
- आपके अंदर किसी भी तरह के संक्रमण के लक्षण नजर आ रहे हों। जैसे कि खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ हो।
- इसके अलावा अगर आप कोरोना वायरस से पीड़ित या संदिग्ध किसी मरीज़ की देखभाल कर रहे हैं तब भी आपको मास्क पहनना जरूरी है।
- अगर आप स्वास्थ्य कर्मचारी हैं तब भी आपके लिए मास्क पहनना अनिवार्य है।
मास्क पहनने के दौरान बरतें ये सावधानी- हर 6 घंटे के अंदर मास्क बदल दें। गीला होने पर भी मास्क बदला जाना जरूरी है।
- मास्क को इस तरह पहनें कि बीच में कोई गैप ना हो।
- पहनने के बाद मास्क को छूने से बचें।
- किसी भी सूरत में मास्क को अपने गले में लटकाने से बचें।
- मास्क उतारने के बाद हाथों को अच्छी तरह साबुन या सैनिटाइजर से धो लें।