पूरी दुनिया में कोरोना का कहर जारी हैं और इसको लेकर लोगों के मन में कई तरह की शंकाए भी जारी हैं। जी हां, लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठते हैं कि यह कब ख़त्म होगा या इससे मझे कितना खतरा है। हांलाकि कोरोना से सभी को खतरा हैं लेकिन सामने आई रिसर्च के मुताबिक़ कमजोर इम्यून सिस्टम, बीमार व बुजुर्ग लोगों को इस बीमारी का खतरा सबसे अधिक है। इसी के साथ ही हाल ही में एक रिसर्च से खुलासा हुआ हैं कि मोटे लोगों को भी इसका खतरा अधिक है। अगर आपका बॉडी मास इंडेक्स (BMI) ज्यादा है तो आपके लिए कोरोना वायरस का खतरा बढ़ जाता है।
हेल्थ रिसर्च के अनुसार, यूरोप में जितने भी लोग बीमार हुए हैं उनमें से 2 तिहाई लोग मोटे हैं। अगर आपके शरीर में ज्यादा चर्बी है तो आपके लिए कोरोना वायरस का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा कोरोना से संक्रमित 40 फीसदी लोग 60 साल से नीचे हैं और मोटापे से ग्रस्त हैं। एक जानकारी के मुताबिक अकेले यूके में बीमारी के 63 फीसद मरीज ऐसे हैं जो मोटे हैं।ज्यादा वजन होने से या मोटापा होने की वजह से शरीर के फेफड़ों को फूलने-पिचकने में दिक्कत होती है। साथ ही इससे सांस लेने में दिक्कत होती है, जिस कारण शरीर के अंगों तक ऑक्सीजन की भरपूर मात्रा नहीं पहुंच पाती है। ऐसी हालात में मोटे लोगों के साथ कोरोना के संक्रमण की आशंका ज्यादा होती है। दरअसल, मोटे लोगों का इम्यून सिस्टम दूसरें लोगों की तुलना में अधिक कमजोर होता है, जिसकी वजह से वो इसकी चपेट में जल्दी आ जाते हैं। ऐसा तो पहले भी कहा गया है कि जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है उन्हें कोरोना से अधिक सावधान रहने की जरूरत होती है।