कोरोना वायरस को लेकर दुनिया भर में स्थितियां बहुत खतरनाक होती जा रही हैं। इटली में एक ही दिन में कोरोना वायरस (Coronavirus) से 475 लोगों की मौत हुई है। वहीं भारत में इस वायरस से संक्रमित लोगों की गिनती में इजाफा होते जा रहा है. भारत में इस वायरस के 160 मामले सामने आ चुके है. कई राज्यों में धारा 144 लगा दी गई है. वहीं अब लोगों के दिमाग में एक सवाल उठ रहा है कि कही सुबह आने वाला अखबार या दूध के पैकेट कही कोरोना वायरस को घर पर ना ले आए. ऐसे में डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा कोई खतरा नहीं है. यह वायरस संक्रमित इंसान से फैलता है, न कि अखबार या अन्य चीजों से। अभी तक देश में ऐसी स्थिति नहीं है कि हर चीज पर कोरोना के वायरस हों। इसलिए बिना वजह भ्रम वाली स्थिति पैदा नहीं करें। इस वायरस पर अब तक की हुई स्टडी के अनुसार सॉफ्ट सरफेस पर दो दिन तक जिंदा रह सकता है जबकि हार्ड सरफेस पर चार से नौ दिन तक रह सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि वहां का तापमान और ह्यूमिडिटी कितनी है। वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि हाथ में यह वायरस 4 से 10 घंटे तक जिंदा रह सकता है, इसलिए बार-बार हाथ धोने की जरूरत है। हाथों को साबुन से अच्छी तरह कम से कम 20-30 सेकंड तक साफ करे. दरअसल, आम इंसान एक घंटे में कम से कम 23 से 25 बार अपना चेहरा छूता है। यही वजह है कि इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए हाथ की सफाई सबसे ज्यादा जरूरी बताई जा रही है। कहां कितने समय तक जिंदा रहता है कोरोना वायरस
कार्डबोर्ड - 24 घंटा प्लास्टिक - 3 दिन स्टेनलेस स्टील - 3 दिन हवा - 3 घंटा कॉपर - 4 घंटा पॉलिथिन - 16 घंटे शीशा - 4 दिन रबड़ - 8 घंटे