हो रहे हैं कोरोना और कोल्ड के लक्षणों में कंफ्यूज, जानें कब टेस्ट करवाना बहुत जरूरी

मौसम में बदलाव की वजह से लोगों की सेहत में उतार-चढ़ाव होने लगता हैं। सामान्यतया कोल्ड की शिकायत सामने आती हैं। लेकिन कोल्ड और कोरोना के लक्षण लगभग एक समान हैं जिसमें सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार आता है। ऐसे में कई लोग कंफ्यूज हो रहे हैं कि क्या किया जाए और कौनसा इलाज लिया जाए। क्योंकि कोई भी अगर खांस या छींक रहा है या किसी को सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो लोग उसे कोरोना वायरस से जोड़कर ही देखने लगे हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि सही जानकारी पाकर आप जागरूक हो। तो आइये जानते हैं इसके बारे में उचित जानकारी।

​घबराएं नहीं वरना इम्यूनिटी हो जाएगी कमजोर

डर और घबराहट की वजह से किसी भी समस्या का हल नहीं होता उलटा आपके शरीर में मौजूद स्ट्रेस हॉर्मोन कॉर्टिसोल का लेवल बढ़ने लगता है। इस वजह से आपकी इम्यूनिटी यानी रोगों से लड़ने की क्षमता कमजोर हो जाती है और यही मौका मिल जाता है वायरस को आपके शरीर पर हमला करने का। लिहाजा कोरोना वायरस से घबराने और परेशान होने की बजाए जागरुक बनें और वायरस को फैलने से रोकने के लिए जरूरी प्रिकॉशन्स का ध्यान रखें। लेकिन सबसे अहम सवाल ये कि आखिर कैसे पता चले कि किसी को सामान्य सर्दी-जुकाम है या फिर कोरोना वायरस? कब करवाना चाहिए कोरोना वायरस का टेस्ट?

हल्का बुखार, सर्दी खांसी हो तो घर पर करें आराम

आपके मन में भी यह सवाल जरूर उठ रहा होगा तो दिल्ली के एम्स अस्पताल के पल्मोनॉलजिस्ट डॉ करण मदान इस सवाल का जवाब दे रहे हैं। डॉ मदान कहते हैं, कोरोना वायरस के ज्यादातर मामले कॉमन कोल्ड और फ्लू जैसे ही होते हैं। अगर किसी व्यक्ति को फ्लू के कुछ हल्के लक्षण नजर आ रहे हैं तो उन्हें कोरोना वायरस का टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं। अगर आपको लो ग्रेड फीवर, सर्दी खांसी है तो घर पर आराम करें और खूब सारा लिक्विड और फ्लूइड लें।

​हाई ग्रेड फीवर और सांस लेने में तकलीफ हो तो टेस्ट करवाएं

लेकिन जिन मरीजों को हाई ग्रेड फीवर है, सांस लेने में तकलीफ महसूस हो रही है, उन मरीजों को अपने लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉ मदान आगे कहते हैं, इन्फ्लूएंजा और कोरोना वायरस के लक्षण एक जैसे ही हैं और इसलिए इस वक्त मेडिकली इन दोनों में अंतर करना मुश्किल है। ऐसे में अगर आपकी नाक बह रही है, हल्का सर्दी जुकाम, खांसी और बुखार है तो आप ज्यादा से ज्याद रेस्ट करें, इम्यूनिटी बढ़ाने की कोशिश करें और ऐंटी-वायरल दवाइयों का सेवन करें।

​पहले से कोई बीमारी हो तो लक्षणों को हल्के में न लें

साथ ही साथ आंकड़ों पर नजर डालें तो यह कोरोना वायरस मुख्य रूप से बुजुर्गों को अपना निशाना बना रहा है। ऐसे में अगर आपको पहले से कोई बीमारी है, डायबीटीज, दिल से जुड़ी बीमारी, स्ट्रोक या सांस से जुड़ी बीमारी है तो फ्लू जैसे लक्षणों को भी हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। कोरोना वायरस की वैक्सीन बनने में अब भी 8 से 12 महीने का वक्त लग सकता है।

जरूरी प्रिकॉशन्स लें

- अपने हाथों को बार-बार साबुन-पानी से धोएं या हैंड सैनिटाइजर से साफ करें
- अपनी आंख, नाक, मुंह और चेहरे को अपने हाथ से बार-बार टच न करें
- अपने आस पास सफाई का ध्यान रखें
- किसी से भी हाथ मिलाने से बचें
- जो लोग भी बीमार नजर आ रहे हों उनसे कम से कम 3-4 फीट की दूरी पर रहें