अक्सर देखा जाता हैं कि एक ही अवस्था में लम्बे समय बैठे रहने या आलथी-पालथी मारकर बैठने से पैर सुन्न हो जाते हैं जिसे पैर सोना भी कहते है और पैरों में झनझनाहट होने लगती है। फिर कुछ देर बाद पैर सामान्य हो जाते हैं। कभीकभार यह होना सामान्य हैं लेकिन अगर यह हमेशा होने लगता हैं तो सेहत के लिए बुरा संकेत हैं। इसलिए आज हम आपके लिए तितली आसन लाए हैं जिसकी मदद से इस समस्या से आपको छुटकारा मिलेगा। इससे पैरों में लचीलापन आएगा, पैर मजबूत बनेंगे और इसके साथ ही कई दूसरी समस्याएं भी दूर होंगी। यदि घुटनों या कमर में दर्द रहता हो तो इस योगासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए वरना आपका दर्द बढ़ सकता है। तो आइये जानते हैं तितली आसन के बारे में।
तितली आसन करने की विधि
- दोनों पैरों को सामने फैलाकर बैठ जाएं।
- अब घुटनों को मोड़कर पैरों के पंजों को आपस में मिला लें।
- हाथों को घुटनों पर रखकर, घुटनों को ऊपर की ओर उठाएं व आपस में मिलाने की कोशिश करें।
- उसके बाद घुटनों को नीचे ले आएं और जमीन के साथ लगाने की कोशिश करें। इसी प्रकार 4-5 बार कर लें।
- इसके बाद हाथों से पैरों के पंजों को पकड़ लें, अब घुटनों को जल्दी-जल्दी ऊपर नीचे करते रहें, जैसे तितली उड़ रही हो।
- सांस की गति सामान्य रखते हुए 8-10 बार इसका अभ्यास करें।