आज के समय में पाचन सम्बन्धी समस्या होना एक आम बात हो गई हैं। लगभग हर व्यक्ति इस समस्या से परेशान होता ही हैं जो कभी-कभार शर्मिंदगी का भी कारण बनता हैं। इसलिए जितना जल्द हो सकें योग के द्वारा इलाज किया जाना चाहिए। योग में कई तरह के आसन होते हैं और इस कड़ी में आज हम आपको जिस आसन की विधि और फायदे बताने जा रहे हैं वो हैं वीरासन। तो चलिए जानते हैं वीरासन की विधि और फायदे के बारे में।
* वीरासन करने की विधि वज्रासन में बैठ जायें। अपने दाहिने टखने को पकड़ कर दाहिने पंजे को नितंब के नीचे से निकाल कर दाहिनी जाँघ से बाहर की तरफ रख दें। यह बाईं टाँग के साथ भी करें। ऐसा करने पर आपके नितंब ज़मीन को छूने चाहिए। हाथ को घुटनों पर टिका लें। जितनी देर आराम से बैठ सकें, बैठे रहिए वीरासन में।
* वीरासन करने के फायदे - वीरासन जांघों, घुटनों, और टखनों में खिचाव लाता है।
- पाचन में सुधार लाता है और गैस से राहत दिलाता है वीरासन।
- रजोनिवृत्ति के लक्षणों को दूर करने में मदद करता है।
- वीरासन गर्भावस्था के दौरान पैरों की सूजन कम करता है।
- हाई बीपी और अस्थमा के लिए चिकित्सीय है।
- यह आसन मन को संतुलित करता है, एकाग्रता की शक्ति को बढ़ाता है।