आखिर क्यों इतना जरूरी हैं विटामिन डी, जानें इसके बारे में यहां

शरीर की अच्छी सेहत के लिए सबसे जरूरी हैं शरीर के जरूरी पोषक तत्वों और विटामिन की भरपाई करवाना। सर्दियों का मौसम जारी हैं और इस मौसम में विटामिन D की भरपाई बड़ी आसानी से की जा सकती हैं क्योंकि इन दिनों में धूप बहुत प्यारी लगती हैं और शरीर के लिए जरूरी विटमिन डी का 80 प्रतिशत हिस्सा धूप से मिलता है, जबकि डायट से 20 प्रतिशत। आज के समय में देखा जाता हैं कि मुफ्त में विटामिन डी मिलने पर भी अधिकतर लोग इसकी कमी की वजह से कई तरह के रोगों का शिकार हो रहे हैं।

आजकल लोग धूप में निकलना ही पसंद नहीं करते है। यहां तक की बच्चे भी आउटडोर गेम नहीं खेलते हैं और मोबाइल-टीवी में लग जाते हैं। एक कमजोर हड्डी को मजबूत बनने में अमूमन 150 दिन लगते हैं जबकि उसे खराब होने में मात्र 20 दिन। इसलिए हड्डी खराब होने की आशंका हमेशा ही रहती है। तो बेहतर यह होगा कि शरीर में विटमिन डी की कमी न होने दें।

बड़े काम का विटमिन डी

- यह शरीर की इम्युनिटी बढ़ाता है।
- नर्व्स और मसल्स के कोऑर्डिनेशन को कंट्रोल करता है।
- यह हड्डियों, मसल्स और लिगामेंट्स को मजबूत बनाता है।
- यह कैंसर को रोकने में मदद करता है।
- कमजोर हड्डी को मजबूत होने में अमूमन 150 दिन लगते हैं, खराब होने में मात्र 20 दिन

कमी के लक्षण

- शरीर में लगातार दर्द रहना
- ज्यादा थकान रहना
- दिनभर सुस्ती रहना
- जोड़ों में दर्द होना
- खासकर कुल्हों और घुटनों में दर्द का लगातार होना

कमी से होने वालीं दिक्कतें

- हड्डियों का कमजोर और खोखला होना
- जोड़ों, मसल्स का कमजोर होना और दर्द रहना
- इम्युनिटी कम होना
- बाल झड़ना
- बेचैनी और मूड स्विंग्स
- इनफर्टिलिटी का बढ़ना
- पीरियड्स का अनियमित होना
- हड्डियों का खोखला होना और हड्डियों का कमजोर होना
- बार-बार फ्रेक्चर होना