दिल के लिए खतरा पैदा करता हैं बेड कोलेस्ट्रॉल, इन चीजों को कर दें अपने आहार से बाहर

वर्तमान समय में देखा जा रहा हैं कि बीमारियों से मरने वाले लोगों में दिल के मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा हैं। दिल की बिमारियों के पीछे एक कारण कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना भी बनता हैं। कोलेस्ट्रॉल एक मोम या वसा जैसा पदार्थ होता है, जो शरीर के सभी कोशिकाओं में पाया जाता है। हाई कोलेस्ट्रॉल नसों में जम जाता है और उन्हें ब्लॉक कर देता है जिससे हार्ट अटैक का खतरा मंडराने लगता हैं। ऐसे में अगर शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ रहा है तो इसे नजरअंदाज करने की गलती ना करें। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे आहार की जानकारी देने जा रहे हैं जिनका सेवन बेड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का कारण बनता हैं। यहां बताए जा रहे आहार से दूरी बनाए रखने में ही आपकी भलाई हैं। आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...

डेरी उत्पाद

याद रहे कि डेरी उत्पाद कैल्शियम और खजिन की आपूर्ति करते हैं, जो आपके हड्डियों और दांतों के लिए आवश्यक होते हैं। लेकिन अधिक वसा वाले डेरी उत्पाद जैसे पनीर, बटर और अधिक वसा वाले दूध में अधिक मात्रा में कोलेस्ट्रॉल होता है, इसलिए अधिक वसा वाले डेरी उत्पाद न खाएं। 100 ग्राम बटर में 215 मिली ग्राम कोलेस्ट्रॉल होता है, जो एक दिन के 72% कोलेस्ट्रॉल की खपत के मात्रा के बराबर होता है। इसलिए अधिक वसा वाले डेरी उत्पाद की जगह पर आप कम वसा वाले डेरी उत्पाद खा सकते हैं।

मीठी चीजों का सेवन

कई लोगों को खाना खाने के बाद या मूड खराब होने पर कुछ मीठा खाने की इच्छा होती है। लेकिन अधिक मात्रा में मीठा का सेवन करने से शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होने लगती है। साथ ही बैड कोलेस्ट्रॉल(एलडीएल) का स्तर बढ़ने लगता है। इसलिए फैट के स्तर को कम करने के लिए आप केक, पेस्ट्री, आइसक्रीम और चॉकलेट्स का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे वजन बढ़ने के साथ दांत खराब होने का भी डर रहता है।

बिस्किट

अधिकतर लोग चाय के साथ बिस्किट खाते हैं, जो कि कोलेस्ट्रॉल को उच्च कर सकता है। ऑस्ट्रेलिया की सरकारी हेल्थ वेबसाइट के मुताबिक, बिस्किट एक प्रोसेस्ड फूड है, जिसमें सैचुरेटेड फैट मौजूद होता है। इसी फैट से कोरोनरी आर्टरी डिजी बनती है।

मीट

कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक होने पर आपको मटन नहीं खाना चाहिए। हालांकि, मीट प्रोटीन का एक बहुत अच्छा स्त्रोत है, लेकिन अधिकांश मटन में संतृप्त वसा होती है, जो कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए नुकसानदायक होती है। वसा की गुणवत्ता और प्रकार पर कोलेस्ट्रॉल निर्भर करता है, इसलिए खराब वसा न खाएं। मीट जैसे कलेजी, बीफ, सुअर का मांस और प्रोसेस्ड मीट में व्हाइट वसा होती है, जो खराब कोल्सट्रॉल को बढ़ावा देती है।

डीप फ्राइड फूड्स

पकौड़े व फ्राइड चिकन जैसी चीजें डीप फ्राइड फूड्स की कैटेगरी में आती हैं। इन फूड्स में फैट का सबसे गंदा प्रकार भारी मात्रा में होता है, जिसे ट्रांस फैट्स कहा जाता है। यह एलडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है।

चिकन

कई लोगों को रोज चिकन या नॉनवेज खाना पसंद होता है। लेकिन ये आपके सेहत के लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकता है। दरअसल इसमें पाया जाने वाला सैचुरेटेड फैट आपके शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही इससे हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट समस्याएं भी बढ़ सकती है। अगर आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ रहा है, तो आपको भूलकर भी चिकन का सेवन नहीं करना चाहिए।

जंक फूड

बर्गर, पिज्जा, पास्ता आदि जंक फूड हैं। जिन्हें बनाने के लिए मक्खन, क्रीम, चीज़ और अन्य आर्टिफिशियल इंग्रीडिएंट्स मिलाए जाते हैं। ये सभी चीजें नसों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने का काम करती हैं, इसलिए इनसे बिल्कुल दूर रहें।