कोरोना वायरस के संकट की वजह से लागू 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान लोगों को उदासी और एकाकीपन से निजात पाने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने तंबाकू और शराब के सेवन से बचने की सलाह दी है। मंत्रालय ने कहा है कि इनके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। मंत्रालय ने लोगों को परामर्श दिया है कि तंबाकू और अल्कोहल का सेवन न सिर्फ रोग प्रतिरोधक क्षमता पर असर डालेगा बल्कि दिमागी सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकता है। मंत्रालय ने लॉकडाउन के कारण लोगों की दिनचर्या में आये बदलाव का सेहत पर पड़ने वाले संभावित असर को देखते हुए मंगलवार को परामर्श जारी कर जरूरी एहतियात बरतने की सार्वजनिक अपील की।
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परामर्श में मंत्रालय ने लोगों अपील की है कि वे संक्रमण के संभावित दायरे में आने वालों के साथ शत्रुतापूर्ण रवैया अपनाने के बजाय उन्हें उपचार और एहतियात के उपायों से अवगत करायें जिससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सके और रोगी को समय पर उपयुक्त इलाज की सुविधा भी मिल सके। गौरतलब है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण के 1440 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमे से 1252 मामले अभी एक्टिव है वहीं 140 लोगों को इस वायरस से निजात मिल चुका है और 48 लोगों की मौत हो गई है। बताई लॉकडाउन की अहमियत
मंत्रालय ने लॉकडाउन की अहमियत रेखांकित करते हुए कहा कि इसका मकसद संक्रमण को एक व्यक्ति से दूसरे लोगों में फैलने से रोकना और खुद और दूसरों की संक्रमण से सुरक्षा करना है। इसके तहत सिर्फ और सिर्फ आवश्यक वस्तुओं को खरीदने के लिये ही बाहर जाना अपेक्षित है। मंत्रालय ने माना कि लॉकडाउन के दौरान सबसे सामान्य बात जो उभर कर सामने आयी है, वह कोरोना वायरस महामारी के प्रति भय है। इसके मद्देनजर मंत्रालय ने लोगों से भयभीत होने के बजाय सचेत और सक्रिय रहने की अपील की है। साथ ही मंत्रालय ने लोगों से अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों की पर्याप्त जानकारी रखने को जरूरी बताते हुए कहा कि ऐसा होने पर स्वास्थ्य सुविधा का समय पर लाभ उठाना आसान होगा।