आज के समय जीवनशैली में बदलाव और खाने की गलत आदतों की वजह से लोगों को कई समस्याएं होने लगी हैं जिसमें हर्निया भी शामिल हैं। शरीर का कोई अंग जब अपनी कंटेनिंग कपैसिटी यानी अपने खोल या झिल्ली से बाहर निकल आता है, तो उसे हर्निया कहते हैं। हर्निया आमतौर पर पेट में होता है। लेकिन कमर और जांघों पर भी यह समस्या हो सकती है। इस समस्या में लोगों को बहुत दर्द का सामना करना पड़ता है। अगर आपको भी यह दर्द सताता हैं, तो आज हम लेकर आए हैं आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू उपाय जिन्हें अपनाकर आप हर्निया के दर्द में आराम पा सकते हैं। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...
एलोवेरा जूससीने में जलन और गैस की वजह से हर्निया का दर्द बढ़ सकता है। ऐसे में आपको एलोवेरा के जूस का सेवन करना चाहिए। एलोवेरा का जूस पेट की विकारों को दूर करने में मददगार होता है। सुबह के समय खाली पेट एलोवेरा का जूस पीने से आपको हर्निया के दर्द को दूर करने में मदद मिलती है।
बर्फ से सिकाई करेंबर्फ हर्निया का उपचार करने में मददगार साबित हो सकता है। बर्फ से हर्निया के दर्द को कम करना बहुत ही पुराना, आसान और प्रचलित उपाय है। बर्फ को हर्निया वाली जगह पर लगाने से काफी आराम मिलता है। दर्द के साथ-साथ अंडकोष या अन्य जगहों पर आई सूजन और गठान भी कम होती है। खेलकूद में शामिल लोगों को हर्निया होने की संभावना ज्यादा रहती है। उन्हें भी इसके दर्द से ऐसे ही आराम दिया जाता है।
दालचीनी ये लोकप्रिय मसाला आपके पेट को आराम और राहत देने में मदद करता है और हर्निया के दर्द से राहत दिलाता हैं। ये पेट के निचले क्षेत्र के दर्द और पेट फूलने की समस्या से राहत दिलाता है, खासकर खाना खाने के बाद। ये प्राकृतिक एंटासिड की तरह भी काम करता है। सबसे पहले आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को एक कप पानी गर्म पानी में मिला दें। अब इस बर्तन को को ढक कर रख दें और कुछ मिनट तक उबलते हुए रहने दें। अब इस चाय को गर्म गर्म पी लें। पूरे दिन में दो या तीन बार इस चाय को पियें। इसके साथ ही दालचीनी को अपने आहार में भी शामिल करें।
मुलेठी मुलेठी से आप पाचन क्रिया को मजबूत कर सकते हैं। इससे गैस की समस्या में आराम मिलता है। मूलेठी का अर्क गैस्ट्रिक सूजन को कम में मददगार होता है। इसके उपयोग के लिए आप मूलेठी की जड़ को पानी में उबालें। पेट में गैस की वजह से होने वाले दर्द को दूर करने के लिए आप इस उपाय को अपना सकते हैं।
अदरक का रसअदरक की जड़ पेट में गैस्ट्रिक एसिड से हुए नुकसान से बचाव करती है। यह हर्निया से हुए दर्द में भी काम करता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों दवाई की तरह प्रभावी हैं। आप इसका सेवन इसे उबाल कर इसकी चाय बनाकर कर सकते हैं या इस स्थिति में होने वाले दर्द और असुविधा को कम करने के लिए कच्ची अदरक भी खा सकते हैं।
कैमोमाइल की चायकैमोमाइल की चाय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पेट की सूजन के कम में सहायक होती है। इस चाय से पाचन क्रिया बेहतर होती है। हाइटल हर्निया में होने वाले पेट दर्द में कैमोमाइल की चाय का सेवन दिन में दो बार किया जा सकता है।
बेकिंग सोडा बेकिंग सोडा एक प्राकृतिक एंटासिड है। ये हार्टबर्न से जल्द राहत दिलाता है, जो कि हाइटल हर्निया का एक बहुत आम लक्षण है। सबसे पहले आधा चम्मच बेकिंग सोडा को एक ग्लास पानी में मिला दें। अब इस मिश्रण को जल्दी पी जाएँ। जब जब ज़रूरत पड़े तब तब इस मिश्रण को पियें लेकिन इस मिश्रण को ज़्यादा भी पीने की कोशिश न करें।
एप्पल साइडर विनेगर एप्पल साइडर विनेगर हर्निया के कारण होने वाले लक्षण जैसे हार्टबर्न और एसिडिटी की तकलीफ को कम करने का एक उत्कृष्ट उपाय है। जब भी आपको एसिडिटी या हार्टबर्न महसूस हो तो एप्पल साइडर सिरके की 1 से 2 चम्मच को गर्म पानी में मिलाकर, घूट-घूट करके पीएं। इसके अलावा इसका सबसे अच्छा फायदा यह है कि ये मोटापे में वजन कम करने में भी सहायक है। हर्निया से प्रभावित लोगों को हमेशा वजन कम करने की सलाह दी जाती है।