क्या एंटीबायोटिक्स का सेवन बचा सकता है कोरोना वायरस से?

कोरोना वायरस 120 से भी ज्यादा देशों को अपने चपेट में ले लिया है। इस वायरस के रोकथाम के लिए अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बन पाई है। इसलिए इस वायरस से बचना ही फ़िलहाल इसका इलाज है। इस वायरस का अटैक उन्ही लोगों को हो रहा है जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है। ऐसे में लोग इस वायरस से बचने के लिए एंटीबायोटिक्स का सेवन कर रहे है। लोगों का मानना है कि एंटीबायोटिक्स के सेवन से इस वायरस से बचा जा सकते है। हालाकि, यह धारणा बिलकुल गलत है। चलिए सबसे पहले जानते हैं कि एंटीबायोटिक्स शरीर में क्या काम करता है। एंटीबायोटिक्स सिर्फ बैक्टीरिया को मारता है न कि किसी वायरस को। वायरस और बैक्टीरिया दोनों अलग-अलग चीजें हैं और दोनों शरीर को अलग तरीके से नुकसान पहुंचाते हैं। एंटीबायोटिक्स वायरस को नहीं मार सकता है और COVID-19 एक वायरस है इसलिए एंटीबायोटिक्स से इसका इलाज नहीं किया जा सकता है।

विश्व स्वास्थ संगठन के अनुसार, एंटीबायोटिक्स को कोराना वायरस से बचाव के लिए नहीं इस्तेमाल किया जाना चाहिए। ये सिर्फ बैक्टीरियल इन्फेक्शन के लिए किसी डॉक्टर की सलाह के बाद ही लेना चाहिए।

हालांकि, अगर किसी व्यक्ति को कोरोना वायरस की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है तो उसे बैक्टीरियल इन्फेक्शन से भी दूर रखने के लिए एंटीबायोटिक्स दिया जा सकता है। ऐसे में इस वायरस से बचने के लिए सबसे जरुरी है कि अपने हाथों को साफ रखे। इसके लिए थोड़ी-थोड़ी देर में अपने हाथों को साबुन से साफ करे, ध्यान रहे कम से कम 20 सेकेंड तक साबुन से हाथ धोते रहें। अगर आप अपने हाथों को साबुन से साफ नहीं कर पा रहे है तो कम के कम 60 फीसदी वाले अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर से हाथ साफ करते रहें। वहीं, इसके साथ उस आदमी से दूर रहे जिसमें कोल्ड और फ्लू के लक्षण दिखे। इसके साथ-साथ भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।

जैसा की हम जानते है कि अगर हमारे शरीर की इम्यूनिटी कमजोर रहेगी तो कोई भी वायरस आसानी से हमे अपना शिकार बना लेगा ऐसे में अपनी डाइट में हरी सब्जियां और फल शामिल करें। घर पर बना ताजा खाना ही खाएं।