घरेलू नुस्खों से भी दूर किया जा सकता हैं कान का दर्द, जानें और आजमाए

कान हमारे शरीर का संवेदनशील अंग हैं जिसमें उठा दर्द असहनीय पीड़ा देता हैं। कान दर्द छोटे से लेकर बड़ी उम्र तक किसी को भी हो सकता है। देखने को मिलता हैं कि अधिकतर किसी संक्रमण या जुकाम के कारण कान में दर्द उठता हैं। हांलाकि इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। कान दर्द की वजह से रुक-रुक कर सुनाई देना, बुखार आना, सोने में दिक्कत, कान में खिंचाव, चिड़चिड़ापन, सिर दर्द और भूख में कमी जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। कान में दर्द होने पर अक्सर लोग दवाइयों और इयर ड्रॉप्स का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, कान दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। आइये जानते हैं किन-किन घरेलू नुस्खों की मदद से आपके कान दर्द में आराम मिलेगा।

# तुलसी रस

तुलसी को औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है। तुलसी के रस को कान में डालने से कान के दर्द से छुटकारा मिल सकता है। आपको तुलसी की ताजा पत्तियों का रस निकाल के 1-2 बूंद कान में डालने से 2-3 दिन में राहत मिल सकती है।

# ऑलिव ऑयल

अगर आपको कान दर्द है और सहन कर पाना मुश्क‍िल है तो ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल आपको तुरंत राहत देगा। ऑलिव आयल को हल्का गर्म कर लें। इसकी दो से तीन बूंद कान में डालें या फिर कॉटन बड की मदद से तेल को कान में लगा लें।

# लहसुन

कान के दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप लहसुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल, लहसुन में एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं जो संक्रमण को दूर करने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए कच्चे लहसुन की 5-6 कलियों को सरसों के तेल में डालकर गर्म कर लें। जब लहसुन पूरी तरह जल जाए तो गैस बंद कर दें और इसे छान लें। तेल ठंडा होने के बाद एक से दो बूंद कान में डालें।

# प्याज

इसके एंटीबायोटिक, एंटीऑक्सिडेंट और विरोधी भड़काऊ गुणों के कारण यह कान का दर्द के लिए सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है। प्याज से रस निकालें और इसे गर्म करें। एक बार जब यह ठंडा हो जाता है, तो रस की 2 या 3 बूंदें कान में डालें। इसे 10 मिनट के लिए छोड़ दें, फिर अपने सिर को झुकाएं और इसे बाहर निकाल दें। दिन में 2 या 3 बार दोहराएं।

# पिपरमिंट

पिपरमिंट का तेल और उसकी पत्ती दोनों ही कान के दर्द में बेहद लाभकारी होती है। इसके प्रयोग के लिए पिपरमिंट की पत्तियों का रस निकालकर उसे ड्राप बोतल की सहायता से अपने कान में डालें। इसके अलावा आप पिपरमेंट तेल को कॉटन की सहायता से अपने कान में भी लगा सकते है। इससे दर्द में जल्द आराम मिलेगा।

# टी ट्री ऑयल

यदि संक्रमण या किसी अन्य कारण से कान में दर्द है तो आप टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए चार से पांच बूंद तिल के तेल में दो से चार बूंद टी ट्री ऑयल की मिलाकर गर्म कर लें। जब तेल ठंडा हो जाए तो दो-तीन बूंद कान में डालें।

# अदरक

यह कान के दर्द के लिए एक लोकप्रिय आयुर्वेदिक उपचार है। अदरक एक बेहतर दर्द निवारक है और इसमें मजबूत विरोधी भड़काऊ गुण हैं। दर्द से राहत पाने और सूजन को कम करने के लिए बाहरी कान पर ताजा अदरक का रस लगाएं। सीधे कान के अंदर न डालें। इसके अलावा आप 1 चम्मच ताजा कसा हुआ अदरक और 2 बड़े चम्मच जैतून का तेल भी मिला सकते हैं। इसे 5 से 10 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद कान में तेल की कुछ बूंदें डालें। इन उपायों को दिन में 1 या 2 बार दोहराएं।

# सरसों का तेल

कान दर्द की समस्या में सरसों का तेल बहुत फायदेमंद माना जाता है। अगर आप भी कान के दर्द से परेशान हैं तो सरसों के तेल का यह नुस्खा जरूर ट्राई करें। इसके लिए सरसों के तेल को हल्का गर्म कर लें और एक दो बूंद कान में डालकर लेट जाएं। ऐसा करने से आपको कान के दर्द से जल्द आराम मिलेगा।