शादियों का सीजन चल रहा है और बाजारों में खरीददारी का दौर जारी हैं। खासतौर से सबसे ज्यादा ध्यान ब्राइडल ज्वैलरी के चुनाव में किया जाता है। क्योंकि यही सबसे जरूरी और महंगा काम होता हैं। बदलते समय के साथ फैशन भी बदला है और ऐसे में जरूरी हैं कि फैशन के ट्रेंड के अनुसार ब्राइडल ज्वैलरी का चुनाव किया जाए। इसलिए आज हम आपके लिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आए हैं कि किस फंक्शन में कौनसी ज्वैलरी का चुनाव किया जाना उचित रहेगा। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
सगाई के गहने
सगाई में सगाई की अंगूठी सब से खास होती है। क्लासिक डायमंड सौलिटेयर से ले कर कंटैंपररी रिंग स्टाइल, जिस में स्टोन, इमरल्ड, रूबी आदि किसी भी प्रकार का नग दुलहन के लिए उचित रहता है। अंगूठी खरीदते समय यह भी देखें कि उस की बैंड आप की उंगली पर कितनी सटीक लगती है। आजकल प्लैटिनम अधिक प्रचलित है। इस के अलावा पीले गोल्ड, सफेद गोल्ड, गुलाबी गोल्ड, ग्रीन गोल्ड आदि की रिंग्स भी मिलती हैं।
मेहंदी की रस्म के गहने
संगीत और मेहंदी की रस्म के दिन दुलहने अधिकतर हलके और साधारण गहने चुनती हैं। सिंपल गोल्ड चेन पर खूबसूरत पैंडेंट और सोने व डायमंड की लंबी इयररिंग्स काफी पसंद की जाती हैं। फूलों की नक्काशी वाले आभूषणों को भी दुल्हनें पसंद करती हैं।
विवाह के गहने
विवाह का दिन सब से अधिक महत्त्वपूर्ण होता है। इस दिन दुलहन नख से शिख तक शृंगार करती है। पहले ज्यादातर भारतीय शादियों में दुल्हनें पीले सोने के गहने ही पहनती थीं, जो उन के बजट में होते थे। मगर आजकल हीरे, सफेद सोने और प्लैटिनम के गहने भी दुल्हनें पहनना पसंद करती हैं।
रिसैप्शन के गहने
रिसैप्शन के दिन दुल्हनें भारीभरकम ड्रैस पहनना पसंद नहीं करतीं ताकि अपने परिवार और दोस्तों के बीच आसानी से घूमफिर सकें। इसलिए गहने भी हलके और ऐलिगैंट पसंद किए जाते हैं। इन में सिंपल डायमंड नैकलैस, इयररिंग्स, बे्रसलेट, स्टोन लगी चूडि़यां आदि खास होती हैं।
सुहागरात के गहने
इस दिन दूल्हा दुलहन एक दूसरे से अपने प्यार का इजहार करते हुए भेंटस्वरूप कुछ देना पसंद करते हैं। इस अवसर पर अंगूठी खास है। अंगूठी पीले सोने, सफेद सोने, प्लैटिनम आदि किसी की भी हो सकती है। आजकल दुलहन को अधिकतर रत्नजडि़त अंगूठी देने का चलन है। पोपले इटरनल की अंगूठी 'दो हंसों का जोड़ा' का इन दिनों में विशेष आकर्षण है।