सब टीवी पर 16 साल से भी ज्यादा समय से चल रहे 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' शो के रोशन सिंह सोढ़ी यानी गुरुचरण सिंह हाल ही कई दिनों तक लापता रहे। इस कारण उनके घरवालों के साथ तमाम फैंस व साथी कलाकार काफी परेशान रहे। हालांकि 26 दिन बाद वे घर लौट आए। गुरुचरण ने अब एक इंटरव्यू में पहली बार घर छोड़ने पर प्रतिक्रिया दी। गुरुचरण ने कहा कि मैं इस बारे में जल्द ही आप लोगों को बताऊंगा। वो क्या वजह है, जिसने मुझे अकेले जाने पर मजबूर किया, वो जल्द बताऊंगा।
बस मुझे थोड़ा सा वक्त दीजिए। अभी मुझे कुछ लीगल फॉर्मलिटीज पूरी करनी हैं, कुछ बता नहीं सकता। एक बार वो हो जाए तो मैं सबसे आराम से बात करूंगा इस बारे में। चुनाव की वजह से मेरा काम अटक गया है। कोर्ट से जुड़ी कुछ चीजों पर काम बाकी है। गुरुचरण ने अपनी तबीयत के बारे में कहा कि कुछ दिन पहले मेरे सिर में अचानक तेज दर्द उठा था, पर अब मैं ठीक हूं।
अब मेरे साथ धीरे-धीरे सब ठीक हो रहा है। बता दें कि गुरुचरण 22 अप्रैल से लापता थे। वे हाल ही में अपने दिल्ली स्थित घर वापस आ गए। गुरुचरण TMKOC की साल 2008 में शुरुआत से इससे जुड़ गए थे। उन्होंने साल 2013 में इसे छोड़ दिया, लेकिन अगले साल वापस लौट आए। इसके बाद उन्होंने 2020 में फिर से शो छोड़ दिया।
ईशा देओल ने पूछा, क्या अमीषा पटेल को वाकई ऐसा लगता है?एक्ट्रेस अमीषा पटेल (48) पिछले साल ‘गदर 2’ फिल्म के बाद एक बार फिर से लाइमलाइट में आ गई हैं। फिल्म सुपरहिट रही और इसने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के रिकॉर्ड तोड़ दिए। बता दें एक समय था जब अमीषा टॉप एक्ट्रेस की दौड़ में शामिल थीं, लेकिन धीरे-धीरे उनका चमक खोने लगी। अमीषा ने करिअर में ढलान के लिए अभिषेक बच्चन, करीना कपूर, फरदीन खान, ईशा देओल जैसे स्टार किड्स को जिम्मेदार ठहराया था।
एक इंटरव्यू में अमीषा ने कहा था कि कई फिल्मों में स्टारकिड्स के चलते उनके रोल छीने गए थे। अब इस बात पर धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की बेटी ईशा देओल (42) ने रिएक्शन दी है। उन्हें अमीषा की ये बात काफी शॉकिंग लगी। ईशा ने 'इंडिया टुडे' को दिए इंटरव्यू में कहा कि क्या अमीषा को वाकई ऐसा लगता है? इस पर मेरे विचार बहुत अलग हैं। मुझे लगता है कि हम सभी अपने-अपने काम में बहुत बिजी थे।
उस समय कई एक्ट्रेस से मेरी अच्छी दोस्ती थीं, और जहां तक मेरी जानकारी है, किसी ने किसी की भूमिका नहीं छीनी। हर कोई अपने-अपने काम में बहुत व्यस्त और खुश था। उस समय लड़के, लड़कियां... हर कोई बहुत मिलनसार था... बहुत गर्मजोशी से भरे लोग थे। वो सच में अच्छा टाइम था। मुझे लगता है कि हम सभी बहुत काम कर रहे थे...ऐसा नहीं है कि हममें से कोई भी बिना काम के बैठा था।