'द कश्मीर फाइल्स' पर इस्राइली फिल्म निर्देशक की टिप्पणी से बीजेपी नाराज, संजय राउत ने किया समर्थन

विवेकअग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) द्वारा निर्देशित फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files)' पर इस्राइली फिल्म निर्देशक मादव लैपिड की टिप्पणी के बाद उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब गोवाबीजेपी प्रवक्ता सावियो रोड्रिग्स ने लैपिड की टिप्पणी को कश्मीरी हिंदुओं का अपमान बताया है। उन्होंने कहा, लैपिड की टिप्पणी कश्मीर में हुईं दहशतगर्दी को झेलने वाले कश्मीरी हिंदुओं का अपमान है। उन्होंने मीडिया में दिए अपने बयान में कहा, आप को कलात्मक रूप से फिल्म की आलोचना करने का अधिकार है, लेकिन कश्मीरी हिंदुओं पर हुए अत्याचार की सच्चाई बयां करने वाली फिल्म को वल्गर कहना शर्मनाक है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, वह 'द कश्मीर फाइल्स' पर लैपिड की टिप्पणियों से असहमत हैं। इस दौरान उन्होंने लैपिड को कश्मीरी हिंदुओं से बातचीत करने की भी पेशकश की। उन्होंने का इस्राइली निदेशक को कश्मीरी हिंदुओं से बातकर सच्चाई को जानना चाहिए।

फिल्म के बाद कश्मीर में हुईं सबसे ज्यादा हत्याएं

उधर, आईएफएफआई के जूरी हेड की टिप्पणी का शिवसेना नेता संजय राउत ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा, कश्मीर फाइल्स के बारे में उनका बयान सच है। यह एक दल का दूसरे दल के खिलाफ दुष्प्रचार था। एक पूरी पार्टी और सरकार इस फिल्म के प्रचार में व्यस्त थी, लेकिन इस फिल्म के बाद कश्मीर में सबसे ज्यादा हत्याएं हुईं। कश्मीर पंडित और सुरक्षाकर्मी मारे गए। राउत ने कहा, जब कश्मीरी पंडितों के बच्चे डर रहे थे, तब ये कश्मीर फाइल्स वाले कहां थे।

आपको बता दे, गोवा में आयोजित हुए 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (आईएफएफआई) के आखिरी दिन कश्मीर फाइल्स पर चर्चा करते हुए जूरी के हेड व इस्राइल के फिल्म मेकर नादव लैपिड ने कहा यह एक प्रोपेगेंडा फिल्म है। नादव लैपिड ने फिल्म की आलोचना करते हुए यह तक कह दिया यह फिल्म फेस्टिवल की प्रतियोगिता में शामिल भी किए जाने लायक नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह फिल्म सिर्फ प्रचार के लिए थी। नादव ने कहा, 'इस फिल्म को देखकर हम सभी हैरान और परेशान थे। यह एक भद्दीफिल्म है। यह फिल्म एक प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के एक कॉम्पटेटिव सेक्शन के लिए सही नहीं है।'