यह तो हम सब जानतें है कि संगीत हर दुखी इंसान को तनाव से मुक्त कर सकता है। दिल को खुश करना हो या अपने गम को भुलाना हो तो लोग अक्सर गानों का सहारा लेते हैं। लेकिन आपने कभी सुना है कि कोई गाना ऐसा हो जिसे सुनकर लोग आत्महत्या करने लगें। आप चौक गए न यह पढ़ कर लेकिन यह सच है "ग्लूमी सन्डे" नामक एक गीत है, जिस पर कई देशों ने बैन लगा दिया है। इस गाने को सुनकर लोग आत्महत्या कर लेते थे। आइए जानते है क्या है इसके पीछे की सच्चाई। ..
बता दे, वर्ष 1889 में जन्में 'रेजसो सेरेस' प्यानो बहुत अच्छा बजाते थे। उनका जन्म हंगरी में हुआ था। वे बचपन से ही बेहद प्रतिभाशाली थे, लेकिन गरीबी के चलते अधिक आगे नहीं जा पाए। रेज़सो का बचपन बहुत बुरे दौर से गुज़रा और यह सारी पीड़ा उनके अंदर घर करती गई। वो एक गीतकार के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहते थे, लेकिन बहुत संघर्ष करने के बाद भी उन्हें ब्रेक नहीं मिल पाया। उनकी असफलताओं से उनकी गर्लफ्रेंड इतनी परेशान हो गई थी कि उसने सेरेस को कोई छोटी-मोटी नौकरी करके अपना गुजारा करने की सलाह दी, लेकिन सेरेस अपना नाम कमाना चाहते थे। उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड की बात मानने से इंकार कर दिया। इस वजह से 1932 में एक दिन उनकी गर्लफ्रेंड उन्हें हमेशा के लिए अकेला छोड़कर चली गई। लोगों का ऐसा कहना है कि रेज़सो सेरेस से बिछड़ने के बाद उनकी प्रेमिका ने खुदखुशी कर ली। उनकी गर्लफ़्रेन्ड के शव के पास एक नोट भी मिला था, जिस पर दो ही शब्द लिखे हुए थे ग्लूमी संडे। इन घटनाओ से सेरेस को बहुत बड़ा सदमा लगा। उस दिन से कई दिनों तक वो प्यानो पर दर्द भरे साज छेड़ते रहे। साथ ही उन्होंने 1933 में 'ग्लूमी संडे' नाम का एक गीत भी लिखा और इसे अपनी उदासी भरी आवाज में यूं ही गा दिया। देखते ही देखते ये गाना उनके दोस्तों के बीच मशहूर होते हुए पूरी दुनिया के लोगों की जुबां पर चढ़ गया। इस गाने में इतना दर्द था की इसका प्रभाव लोगों पर कुछ और ही पड़ने लगा। ब्रिटेन और हंगरी में इस गाने को सुनकर कई लोगों ने सुसाइड कर लिया। खबर की माने तो इस गीत को सुनकर अभी तक सौ से भी अधिक लोग सुसाइड कर चुके हैं। इतना कुछ होने के बाद इस गाने का नाम बदल कर “हंगरी सुइसाइड सॉंग” रख दिया गया। ऐसा भी कहा जाता है कि रेज़सो सेरेस ने खुद भी आत्महत्या कर ली थी। वर्ष 1968 में रेज़सो ने एक बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। उसके बाद इस गाने को दुनिया का सबसे मनहूस गाना माना जाने लगा और साल 1941 में गाने पर बैन लगा दिया गया था जिसके बाद 2003 में इस गाने से दुबारा बैन हटा लिया गया।