क्रिकेट जिसे अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता हैं उसमें कई क्षण ऐसे आते हैं जो चाहकर भी नहीं भूल पाते। ऐसे ही कुछ क्षण हैं जब बल्लेबाज के वफादार बल्ले ने बीच मैदान में उनका साथ छोड़ दिया। जिस बल्ले से चौके और छक्के देखने को मिलते हैं अगर वो ही बल्ला टूट जाये तो बल्लेबाज क्या करें। ऐसे कई मौके आये हैं जब ऐसी घटना मैदान पर हुई और बल्ले टूट गए। तो आइये जानते हैं कुछ ऐसे ही बल्लेबाज के बारे में जब उनके बेट ने उनका साथ छोड़ा।
* ग्लेन मैक्सवेल :उमेश यादव के ओवर की पहली ही गेंद पर ही मैक्सवेल का बल्ला टूट गया था। यादव ने उस गेंद को 137 किमी की रफ्तार से फेंका था। उस समय मैक्सवेल 82 के स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे। मैक्सवेल ने जैसे ही उमेश की उस गेंद पर हीट करने की कोशिश की बल्ला दो टुकड़े में बंट गया। बल्ले का निचला हिस्सा टूट कर पिच पर गिर गया। केवल बल्ले का हैंडल मैक्सवेल के हाथ में रह गया। बल्ले के टूटने के बाद मैक्सवेल भी हंसने लगे। मैक्सवेल का बल्ला टूटने पर उमेश यादव ने अपना मसल्स दिखाया।
* माइकल कार्बेरी :2014 में एशेज के पांचवें टेस्ट मैच के दौरान इंलिग्श ओपनर माइकल कार्बेरी डिफेंसिव शॉट खेलने की कोशिश कर रहे थे पर गेंद के बाद बैट और माइकल के साथ जो हुआ उसे देखकर हर कोई हैरान हो गया। रेयान हैरिस की गेंद पर माइकल का कुकाबुरा बल्ला टूट गया।
* लक्ष्मीपति बालाजी :भारत वर्सेज पाकिस्तान के मैच के दौरान सभी का ध्यान इस मैच की ओर चला गया। 2004 में खेले गये ओडीआई मैच के दौरान लाहौर में भारतीय बल्लेबाजा बालाजी का बैट दो टुकड़ों में बट गया। उस समय दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज शोयेब अख्तर गेंदबाजी कर रहे थे।
* महेला जयवर्धने :श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच ओवल यूनिवर्सिटी में मैच के दौरान शैपूर जॉर्डन की गेंद पर जयवर्धने का बल्ला दो टुकड़ों में बट गया था। बल्ले टूटने के बाद महेला कुछ पल के लिये वहीं खड़े रह गये। उन्हें समझ ही नहीं आया कि हुआ क्या है। उस समय श्रीलंका 43 रनो पर खेल रही थी।
* जावेद मियादाद :1993 में पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गये मैच के दौरान भी कुछ ऐसी ही घटना हुई थी। मेरिक प्रिंगल की गेंद पर पाकिस्तानी बल्लेबाज जावेद मियादाद का बल्ला दो टुकड़ो में बट गया था।