एक्ट्रेस सायरा बानो (80) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। वह अक्सर अपने दिवंगत पति महान अभिनेता दिलीप कुमार से जुड़ी बातें फैंस के लिए शेयर करती हैं। सायरा ने आज शनिवार (11 अक्टूबर) को अपनी 59वीं शादी की सालगिरह पर दिलीप के साथ बिताए पलों को याद किया। सायरा ने इंस्टाग्राम लिखा, “59 साल पहले मेरी जिंदगी की सबसे यादगार शामों में से एक, हमारी शादी की रात, एक उदास सी याद। दो सितारों का जमीन पर है मिलन आज की रात” गाना हवा में तैर रहा था मानो कोई दुआ हो जो कभी फीकी न पड़े।
यह पूरी रात बजता रहा, मेरे दिल में खुशी की लहर दौड़ाता रहा और मुझे याद है कि मैं सोच रही थी कि अगर कोई मुझसे कहता कि मैं उस शाम सचमुच उड़ सकती हूं, तो मैं यकीन कर लेती। यह सब कितना अवास्तविक, कितना स्वप्निल सा लगा। उस दिन कुछ भी ज्यादा खर्चीला नहीं था, फिर भी अपनी सादगी में वह परिपूर्ण था। मेरी शादी का जोड़ा हमारे स्थानीय दर्जी ने बड़े प्यार से सिला था। कोई भव्य डिजाइनर नहीं थे, कोई विस्तृत योजना नहीं थी, कोई छपे हुए कार्ड नहीं थे, बस जल्दबाजी में उत्साह और दिल से निकली भावनाएं थीं। निकाह नवंबर में होना तय था, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।
मैं आज भी कलकत्ता से फोन पर साहब की कोमल लेकिन दृढ़ आवाज सुन सकती हूं जो कह रहे थे, “आप एक मौलवी को बुलाइए और निकाह करवा दीजिए!” और बस यूं ही, पलक झपकते ही मेरी जिंदगी का सबसे अहम दिन आ गया। शादी अपने आप में ही एक सुखद अफरा-तफरी से भरी थी। साहब और मैं पास ही रहते थे और जब उनकी बारात गली से नीचे आई, तो घोड़ी एक छोटी सी ढलान पर उतरी, छतरी उनके सेहरे से टकरा रही थी, यह नजारा इतना मनमोहक था कि आज भी मुझे मुस्कुराहट आ जाती है। कुछ ही देर में खबर फैल गई कि दिलीप कुमार की शादी हो रही है और सैकड़ों फैंस मेरे घर पहुंच गए।
घर हंसी, शोर और अजनबियों से भरा हुआ था जो परिवार जैसे लग रहे थे। निकाह की रस्म के लिए ऊपरी मंजिल से नीचे आने में मुझे लगभग दो घंटे लग गए, दुल्हन अपने ही मेहमानों के कारण देर से आई! भीड़ इतनी ज्यादा थी कि हमारे पास खाने-पीने की चीजें भी कम पड़ गईं, लोग छोटी-छोटी यादगार चीजें जेब में डालने लगे, जैसे किसी परीकथा से उपहार इकट्ठा कर रहे हों। ओह, कैसा दिन था वह! बिना किसी पटकथा के, अपूर्ण, और फिर भी एक ऐसी खुशी से भरा हुआ जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। वह रात मेरे दिल में एक ऐसी याद के रूप में अंकित है जो इतने वर्षों बाद भी अभी भी मंद-मंद चमकती है।” बता दें दिलीप ने साल 1966 में सायरा से शादी की जो उनसे 22 साल छोटी थीं। सायरा 12 साल की उम्र से ही उन्हें पसंद करती थीं।
राजवीर जवांदा के बाद युवा लोकप्रिय लोक गायक गुरमीत मान का भी हुआ निधनपंजाबी संगीत की दुनिया को लगातार दूसरा आघात पहुंचा है। राजवीर जवांदा के बाद अब मशहूर लोक गायक गुरमीत मान ने भी दुनिया छोड़ दी। वे 35 साल के थे। गुरमीत के निधन से प्रशंसक और कलाकार सदमे में हैं। गुरमीत की आवाज पंजाब की मिट्टी की खुशबू बिखेरती थी। उनके निधन का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। गुरमीत रोपड़ जिले के रहने वाले थे। वे न केवल एक शानदार गायक थे, बल्कि पंजाब पुलिस में अधिकारी के रूप में भी कार्यरत थे। वे अपनी देसी धुनों और भावुक गीतों के लिए मशहूर थे।
उनकी आवाज में पंजाब के खेतों, गांवों और लोगों की कहानियां जिंदा हो उठती थीं। गुरमीत की लोकप्रियता तब चरम पर पहुंची जब उन्होंने गायिका प्रीत पायल के साथ सहयोग शुरू किया। इस जोड़ी ने कई यादगार युगल गीत गाए, जो प्यार, विरह और ग्रामीण जीवन पर आधारित थे। गुरमीत के गाने पंजाब के गांवों और शहरों में खूब बजते हैं। 'बोलियां', 'बोली मैं पावन', 'काके दियां पुर्हियां', 'सोहरेयां दा पिंड' और 'चंडीगढ़ इन रूम' जैसे उनके एल्बम पंजाबी फोक म्यूजिक के खजाने हैं।
गुरमीत गायक, गीतकार, अभिनेता और प्रोड्यूसर के रूप में बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। बता दें गुरमीत से पहले 8 अक्टूबर को राजवीर का निधन हो गया था। मौत से 11 दिन पहले हिमाचल प्रदेश में उनकी बाइक दुर्घटना की शिकार हो गई थे। वे वेंटिलेटर पर थे और मल्टीपल ऑर्गन फेलियर से जूझ रहे थे।