बॉलीवुड जहां अपनी रोमांटिक ओर एक्शन फिल्मों के लिए जाना जाता हैं, वहीँ बॉलीवुड में कई हॉरर मूवीज भी आई। भारतीय निर्देशकों की डरावनी फिल्मों को लेकर अपनी समझ है। हमारे यहां जैसे जैसे समय आगे बढ़ता गया हमारी हॉरर फिल्मों का भी स्टैंडर्ड भी बढ़ा है। आज हमारे यहां भी कई ऐसी हॉरर फिल्में हैं जिनको अकेले देखने का रिस्क आप नहीं उठा सकते हैं। आज हम आपके लिए लेकर आये हैं कुछ ऐसी ही हॉरर मूवीज जिनको आप अकेले बैठ कर देख नहीं पाएंगे। और रात को तो बिलकुल भी नहीं। तो आइये जानते हैं इन फिल्मो के बारे में।
* रात (1992) : यह फिल्म रामगोपाल वर्मा की बेहतरीन फिल्मों में से एक थी। इस फिल्म में रेवती और ओमपुरी जैसे कलाकारों ने काम किया था। फिल्म में हीरोइन के हाथों गलती से एक बिल्ली की मौत हो जाती है और उस बिल्ली की आत्मा हीरोइन के अन्दर आ जाती है। फिर शुरु होता है डर का असली खेल।
* जानी दुश्मन (1979) :अपने समय की मल्टीस्टारर फिल्म 'जानी दुश्मन' दर्शकों को डराने में कामयाब रही थी। निर्देशक राजकुमार कोहली फिल्म में हॉलीवुड तर्ज पर एक दत्य को केंद्रीय भूमिका में रखते हुए आगे बढ़ते हैं। बीच में सुनील दत्त, संजीव कुमार, जीतेंद्र, शत्रुघ्न सिन्हा, वीनोद मेहरा, रेखा, रीना रॉय, नीतु सिंह आदि मिलकर फिल्म की कहानी को सही ढंग से आगे बढ़ाते हैं। फिल्म देखते वक्त कई बार दर्शक डर महसूस करते हैं।
* वीराना (1988) : निर्माता-निर्देशक-लेखक रामसे ब्रदर्स यानी श्याम रामसे और तुलसी रामसे की फिल्म वीराना लोगों के मन में डर पैदा करने में सफल रही थी। लेकिन वह इसे जारी नहीं रख पाए। इनके फिल्मांकन में डर पैदा करने वाले विषयवस्तु पर कम फिल्म को मसालेदार बनाने, हीरोइन को बाथटब में नाइटी पहनाकर स्नान कराने वाले दृश्यों पर अधिक फोकस किया जाता था।
* राज (2002) : एक तरह से बिपाशा की यह फिल्म अच्छी हॉरर फिल्मों की शुरुआत थीं। यह फिल्म हॉलीवुड हॉरर फिल्म वॉट लाइस बेनिथ से इंस्पायर थी। फिल्म ने हॉलीवुड लेवल छुआ हो या न छुआ हो, लेकिन बिपाशा की एक्टिंग एक बार आपको जरुर हिला के रख देगी।
* हॉरर स्टोरी (2013) :
जैसा फिल्म का नाम है फिल्म भी वैसी ही है। यह कहानी है ऐसे नौजवानों की जो एक भूतिया होटल में एक रात गुजारने का फैसला लेते हैं। बस फिर क्या डर का और मौत का ऐसा सिलसिला शुरु होता है कि आप अपनी सीट से उछल जाऐंगे।