गुजरे जमाने के मशहूर एक्टर और बॉलीवुड में देशभक्ति का सबसे बड़ा चेहरा माने जाने वाले मनोज कुमार का शुक्रवार को निधन हो गया। वे कई दिनों बीमार से चल रहे थे। आज शनिवार (5 अप्रैल) को उनका अंतिम संस्कार किया गया। मनोज को पवन हंस श्मशान घाट में उनके बेटे कुणाल ने मुखाग्नि दी। मनोज को राजकीय सम्मान के साथ आखिरी विदाई दी गई। इस मौके पर बॉलीवुड के कई दिग्गज कलाकार मनोज को आखिरी विदाई देने पहुंचे।
इनमें अमिताभ बच्चन व उनके बेटे अभिषेक, अरबाज व उनके पिता सलीम खान, सुभाष घई, राजपाल यादव, अनु मलिक, प्रेम चोपड़ा समेत कई कलाकार शामिल थे। इस दौरान सहित तमाम कलाकारों की आंखें नम हो गईं। अंतिम संस्कार से पहले मनोज का पार्थिव शरीर घर लाया गया। वहां भी कई हस्तियां उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचीं। मनोज की पत्नी शशि गोस्वामी की हालत देखकर सबकी आंखें नम हो गईं। शशि ने रोते-बिलखते हुए मनोज को अंतिम विदाई दी। उन्होंने पहले मनोज को माला पहनाई और फिर आखिरी बार चूमते हुए अलविदा कहा।
उल्लेखनीय है कि मनोज डीकंपेंसेटेड लिवर सिरोसिस से जूझ रहे थे। उन्हें 21 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मनोज को ‘वो कौन थी’, ‘शहीद’, 'उपकार', ‘शोर’, 'पूरब और पश्चिम', 'रोटी कपड़ा और मकान', 'क्रांति' जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। मनोज को 7 बार फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। साल 1992 में उन्हें पद्मश्री और साल 2016 में दादा साहेब फाल्के अवार्ड से नवाजा गया।
‘हमें मनोज साहब की फिल्मों, उनके गानों और उनके निर्देशन से प्रेरणा लेनी चाहिए’मनोज कुमार को बॉलीवुड के दिग्गजों द्वारा श्रद्धांजलि देने का सिलसिला जारी है। मशहूर संगीतकार अनु मलिक ने कहा कि उन्होंने जो भी फिल्में बनाई हैं, समाज और देश की भलाई के लिए बनाई हैं। ऐसे लोग इस दुनिया में बार-बार नहीं आते। हमें मनोज कुमार साहब की फिल्मों, उनके गानों और उनके निर्देशन से प्रेरणा लेनी चाहिए…मैं बहुत भावुक हूं, जैसे हर कोई है, पूरा देश बहुत दुखी है कि एक कलाकार हमसे दूर चला गया जो इस दुनिया में कभी वापस नहीं आएगा।
अभिनेता प्रेम चोपड़ा ने कहा कि हम शुरू से साथ थे। यह एक शानदार सफर था। उनके साथ काम करके सभी को फायदा हुआ। मुझे भी उनसे बहुत कुछ मिला। वह मेरे बहुत अच्छे दोस्त थे, बल्कि मैं यह कह सकता हूं कि वह मेरे सबसे अच्छे दोस्तों में से एक थे। संजय खान के बेटे एक्टर जाएद खान ने कहा कि वे हमारे देश के पहले प्रमुख अभिनेताओं और सुपरस्टार में से एक थे। उन्होंने एक विरासत छोड़ी है।
यह विरासत बताती है कि एक इंसान को कैसा होना चाहिए और विपरीत परिस्थितियों में उसे कैसे पेश आना चाहिए…उनके जैसा स्टार बनने के लिए, किसी को भारत की भावना को अपनाना होगा और मुझे लगता है कि उन्होंने यही किया है। अभिनेता विंदू दारा सिंह ने कहा कि हम सभी यहां आए हैं। उनका परिवार हमारे बहुत करीब है। वे चले गए हैं, लेकिन वे हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे…वे एक महान व्यक्ति थे।
हमने उनके साथ अपना जीवन बिताया है और हमें उनसे बहुत प्यार मिला है। अभिनेता रजा मुराद ने कहा कि यह न केवल फिल्म उद्योग के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक क्षति है। वे एक ऐसे फिल्म निर्माता थे जिन्होंने सभी में देशभक्ति की भावना पैदा की…बहुत कम लोग जानते हैं कि वे एक योग्य होम्योपैथ डॉक्टर भी थे और मैं उनके रोगियों में से एक रहा हूं।