डायरेक्टर और प्रोड्यूसर करण जौहर (51) पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को लेकर अधिकतर समय चर्चाओं में रहते हैं। करण अपने बेबाक और बिंदास अंदाज के लिए जाने जाते हैं। फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों के साथ उनके रिश्ते काफी मजबूत नजर आते हैं। उनके ‘कॉफी विद करण’ शो के 8वें सीजन ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। इसमें कई सेलेब्रिटीज ने शिरकत की। करण सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं और अपने फैंस को आए दिन खुद से जुड़ी अपडेट देते रहते हैं।
करण ने अब एक क्रिप्टिक पोस्ट शेयर की है, जिसमें इशारों-इशारों में काफी कुछ कहा गया है। करण ने इंस्टाग्राम पर तस्वीर शेयर कर लिखा, “मेरे पास बहुत सी चीजें हैं जो मैं कहना चाहता हूं कि इतने सारे लोग क्या कहना शुरू कर रहे हैं लेकिन फिर 'चुप रहो, आबाद रहो और काम करो' ही मेरा मानना है कि यही रास्ता है!” इस पोस्ट को देखने के बाद फैंस कई तरह के अनुमान और अटकलें लगा रहे हैं। उनका मानना है कि करण किसी न किसी पर निशाना साध रहे हैं, लेकिन खुलकर उसका नाम नहीं ले रहे।
बता दें करण पर कई दफा नेपोटिज्म (भाई भतीजावाद) को बढ़ावा देने के आरोप लग चुके हैं। कहा जाता है कि वे बड़े स्टार्स या फिल्मी बैकग्राउंड से जुड़े लोगों को ही अपनी फिल्मों में मौका देते हैं। करण की निजी जिंदगी की बात करें तो उन्होंने दो बच्चों को गोद लिया हुआ है, जिनका पालन-पोषण वे अपनी मां हीरू जौहर के साथ मिलकर कर रहे हैं। करण के वर्कफ्रंट की बात करें तो उन्होंने पिछले साल ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ से करीब 5 साल बाद डायरेक्शन में वापसी की थी।
बहन आरती की शादी में मामा गोविंदा के आने से काफी खुश हैं कृष्णा अभिषेकभांजी आरती सिंह की शादी में सारे गिले-शिकवे मिटाकर गोविंदा अपने बेटे यशवर्धन के साथ पहुंचे। उन्होंने दूल्हा-दुल्हन के साथ-साथ भांजे कृष्णा अभिषेक और उनकी पत्नी कश्मीरा शाह को भी आशीर्वाद दिया। माना जा रहा है कि अब मामा-भांजे के बीच सब सही हो गया है। बता दें कि गोविंदा और कृष्णा के बीच का मनमुटाव पिछले 8 साल से चला आ रहा था। मामा को शादी में देख कृष्णा खुशी से फूले नहीं समाए।
अब कृष्णा ने ईटाइम्स के साथ बातचीत में बताया कि वह मामा को देख कैसे इमोशनल हो गए थे। कृष्णा ने कहा कि मुझे अंदर से ये स्ट्रॉन्ग फीलिंग आ रही थी कि चीची मामा आरती की शादी में जरूर आएंगे क्योंकि वो सभी से बहुत प्यार करते हैं। उनके मन में जो भी मनमुटाव था वो सब आरती की शादी में आकर उन्होंने खत्म कर दिया। वो हमारे लिए पिता की तरह हैं। उन्होंने हमारा काफी ख्याल रखा है। उन्होंने शादी में आकर परिवार पूरा कर दिया।
मामा ने पापा की कमी पूरी कर दी। आरती को दुल्हन बना देख मामा की आंखें नम हो गई थीं। मेरी इच्छा थी की मामी (सुनीता) और टीना भी शादी में आतीं। वैसे एक शुरुआत तो हो गई है। अब एक दिन मैं उनसे मिलने चला जाऊंगा। उनकी डांट और डंडे खाने के लिए तैयार रहूंगा। मैं मामी से कहूंगा कि जो कहना है कह लो, लेकिन अब बस हो गया।