हर साल की तरह इस बार भी गणेश चतुर्थी का पर्व सलमान खान के परिवार ने बड़ी धूम-धाम से मनाया। पिछले 14 साल से सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट में गणपति की स्थापना हो रही थी। लगभग पहली बार बीते साल खान परिवार ने यह फैसला लिया कि बप्पा सलमान खान के घर नहीं बल्कि अर्पिता के घर पधारेंगे।
असल में गणपति पूजा का वक्त अर्पिता का सबसे पसंदीदा समय है, जिस कारण खान परिवार ने यह फैसला लिया था। अर्पिता के घर बप्पा के दर्शन करने मलाइका अरोड़ा, सलीम खान, सलमान खान, हेलेन, सलमा खान, सोहेल खान, कटरीना कैफ, अमृता अरोड़ा, अरबाज खान और उनकी गर्लफ्रेंड जॉर्जिया एंड्रियानी पहुंचीं।
गणपति के आगमन के बाद अब बारी थी उनकी विदाई की और इस बार भी आयुष और अर्पिता के साथ उनका परिवार और दोस्तों का साथ मिला। आयुष शर्मा परिवार और दोस्तों के साथ गणपति की मूर्ति का विसर्जन करने निकले। अर्पिता खान, अलविरा अग्निहोत्री, सोहेल खान और सलीम खान समेत बी-टाउन के कई सेलेब्स इस दौरान बप्पा की विदाई करने पहुंचे। यूलिया वंतूर और स्वरा भास्कर ने इस दौरान अपनी मौदूजगी से खूब चार चांद लगाए।
खैर विसर्जन के दौरान सलमान कहीं भी नजर आए क्योंकि वह 'बिग बॉस 12' की शूटिंग के लिए लोनावला पहुंच चुके है। वैसे आपको बता दें कि ये साल अर्पिता खान और आयुष शर्मा के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इस साल आयुष बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखने जा रहे है। आयुष सलमान खान के प्रोडक्शन में ही बनने वाली फिल्म लवरात्रि के जरिए अपना बॉलीवुड डेब्यू करेंगे। इस फिल्म में आयुष के साथ वरीना हुसैन नजर आने वाली है।
खास बात यह है कि वरीना भी इसी फिल्म के जरिए बॉलीवुड में डेब्यू कर रही है। आयुष और अर्पिता द्वारा स्थापित किए गए गणपति बप्पा के विर्सजन समारोह में वरीना भी शामिल हुई थी।
'लवरात्रि' को बैन करने की मांगसलमान खान की फिल्म 'लवरात्रि' की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। अहमदाबाद के एक संगठन ने शुक्रवार को गुजरात हाईकोर्ट में एक याचिका दायर करके यह दावा करते हुए फिल्म 'लवरात्रि' पर रोक की मांग की कि उसके शीर्षक और सामग्री से हिंदुओं की भावनाएं आहत होती हैं। याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि सलमान खान द्वारा निर्मित फिल्म के पांच अक्टूबर को रिलीज होने से हिंदुओं की भावनाएं आहत होंगी। यह फिल्म नवरात्रि की पृष्ठभूमि पर बनी है। फिल्म का निर्देशन अभिराज मिनावाला ने किया है और यह फिल्म दशहरे के मौके पर रिलीज होनी है। सनातन फाउंडेशन की ओर से दायर जनहित याचिका में कोर्ट से अनुरोध किया गया है कि फिल्म पर रोक के विकल्प के तौर पर फिल्म के निर्माताओं से फिल्म का शीर्षक बदलने और उस सामग्री को हटाने को कहा जाए जिससे हिंदुओं की भावनाएं आहत होती हैं।