‘गदर-2’ की शूटिंग को लेकर खड़ा हुआ यह विवाद, इधर-शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी और बेटे के खिलाफ शिकायत

सनी देओल और अमीषा पटेल की साल 2001 में रिलीज हुई फिल्म 'गदर-एक प्रेम कथा' ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी थी। मेकर्स अब इस फिल्म का दूसरा पार्ट गदर-2 बना रहे हैं। फिल्म बनने से पहले ही विवादों में आ गई है और मेकर्स पर धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं। इस संदर्भ में पीड़ित परिवार ने डीसी व एसपी को ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज करवाई है। मामला हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में पालमपुर के भलेड गांव का है जहां पर इसकी शूटिंग हुई। रिपोर्टों के अनुसार पिछले 10 दिन से शूटिंग चल रही थी। सनी-अमीषा के साथ बाकी की स्टार कास्ट भी यहां मौजूद थी। गांव के जिस घर में शूटिंग चल रही थी उसके मालिक देशराज शर्मा ने मेकर्स पर पैसे नहीं देने और प्रॉपर्टी खराब करने जैसे आरोप लगाए हैं।

शूटिंग के लिए 3 कमरे और एक हॉल की डील हुई थी। यानि सिर्फ इन्हीं जगहों पर शूटिंग होनी थी, जिसके लिए 11 हजार रुपए रोजाना देने की डील तय हुई थी। आरोपों के मुताबिक मेकर्स ने उनका पूरा घर, बाकी की जमीन और मकान मालिक के भाई का घर भी शूटिंग के लिए इस्तेमाल किया। मकान मालिक ने सारा बजट बनाकर नुकसान सहित 56 लाख रुपए की फीस बनाई है। उन्होंने कहा कि हमारे साथ धोखा हुआ है। हम कंपनी द्वारा दिए गए 11000 रुपए उन्हें लौटाना चाहते हैं और हमारे घर का शूट फिल्म में इस्तेमाल ना किया जाए।

जमीन के सौदे को लेकर पूनम व कुश सिन्हा के खिलाफ मामला

अपने जमाने के दिग्गज एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे कुश और उनकी पत्नी पूनम सिन्हा के खिलाफ जमीन के सौदे को लेकर पुलिस में शिकायत की गई है। आरोप है कि मां-बेटे ने कथित तौर पर मृत व्यक्ति के नाम का फायदा उठाते हुए उस जमीन को अपने नाम पर दिखाने की कोशिश की है। एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक यह मामला वर्ष 2002 का है। दरअसल जमीन के मालिक संदीप के पिता गोरखनाथ दबाधे ने जमीन के कागजात पूनम और कुश को 2002 में दिए थे।

साल 2007 में गोरखनाथ का निधन हो गया। इस लिहाज से पॉवर ऑफ अटॉर्नी गैरकानूनी हो गई। संदीप ने बताया कि पिता के निधन के बाद जमीन पर उनका और उनके भाई-बहनों का हक है। इस जमीन को कुश ने बेचने की कोशिश की है जिसके बाद ये मामला सामने आया। विवादित जमीन 60 हजार स्क्वेयर फीट में है। आरोपी इस प्रॉपर्टी को 2004 से ही इस्तेमाल कर रहे हैं। दाभोल परिवार का कहना है कि उन्होंने इसकी शिकायत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से भी पत्र के माध्यम से की है।