2 News : राजकुमार की ‘श्रीकांत’ ने दूसरे दिन कमाए इतने, इस एक्ट्रेस ने कहा, मां न बन पाना बहुत मुश्किल था लेकिन...

एक्टर राजकुमार राव की मचअवेटेड फिल्म ‘श्रीकांत’ शुक्रवार (11 मई) को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई। यह फिल्म दृष्टिबाधित श्रीकांत बोल्ला की जीवनी पर बनी असल कहानी है। फिल्म को अच्छा रिस्पोंस मिल रहा है। लोग राजकुमार की एक्टिंग की जमकर तारीफ कर रहे हैं। फिल्म ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक कलेक्शन किया। अब दूसरे दिन की कमाई का आंकड़े भी सामने आ गया। फिल्म ‘श्रीकांत’ आंध्रप्रदेश के मछलीपट्टनम के पास गांव में रहने वाले दृष्टिबाधित बिजनेसमैन और बोलैंट इंडस्ट्रीज के फाउंडर श्रीकांत बोल्ला पर बनी है।

फिल्म के डायरेक्टर तुषार हीरानंदानी है। फिल्म के कलेक्शन पर नजर डालें तो श्रीकांत ने 2.25 करोड़ रुपए के साथ शुरुआत की। दूसरे दिन कमाई में बढ़ोतरी देखने को मिली है। बॉक्स ऑफिस ट्रैकर ‘सैकनिल्क’ की रिपोर्ट के मुताबिक इसने शनिवार को 4 करोड़ की कमाई की। फिल्म की कुल कमाई 6.25 करोड़ रुपए हो गई है। रविवार को यह आंकड़ा और बढ़ने की उम्मीद है।

फिल्म की कहानी एक ऐसे शख्स के बारे में है, जो कि बचपन से ही नेत्रहीन है। उनके स्ट्रगल और कामयाबी की कहानी को दिखाया गया है। श्रीकांत ने मेहनत से 500 करोड़ की कंपनी खड़ी की। फिल्म में राजकुमार के साथ साउथ इंडियन एक्ट्रेस ज्योतिका, अलाया एफ, शरद केलकर भी हैं। फिल्म के निर्माता कृष्ण कुमार, भूषण कुमार और निधि परमार हैं।

मनीषा कोइराला बोलीं, मैंने बच्चे को गोद लेने के बारे में बहुत सोचा...

संजय लीला भंसाली की ‘हीरामंडी : द डायमंड बाजार’ में एक्ट्रेस मनीषा कोइराला (53) ने ‘मल्लिकाजान’ की भूमिका निभाई है। उन्हें शानदार एक्टिंग पर दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है। इस बीच, मनीषा ने कहा कि वो भी मां बनना चाहती हैं लेकिन उन्होंने अब इसको लेकर एडजस्टमेंट कर लिया है।

मनीषा ने कहा कि कैंसर के बाद मुझे इससे जूझना पड़ा। मेरी जिंदगी में कहीं न कहीं कुछ अधूरा सा है। जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं, आप अपनी सच्चाई को एक्सेप्ट कर लेते हैं। सारे सपने सच नहीं होते। ऐसे बहुत से सपने होते हैं, जिनका आपको बाद में एहसास होता है कि वो पूरे नहीं होंगे और आप उनके साथ समझौता कर लेते हैं। मदरहुड भी मेरे लिए उनमें से एक है। ओवेरियन कैंसर होना और मां न बन पाना बहुत मुश्किल था लेकिन मैंने इसके साथ समझौता कर लिया है।

मैं खुद से कहती हूं, जो गया सो गया और मेरे पास जो है उसमें मुझे अपना बेस्ट करने दो। मैंने बच्चे को गोद लेने के बारे में बहुत सोचा लेकिन मुझे एहसास हुआ कि मैं बहुत जल्दी स्ट्रेस में आ जाती हूं। मैंने फैसला किया है कि मैं एक गॉडमदर बनना पसंद करूंगी। मेरे पास मेरे बूढ़े माता-पिता हैं, जिनसे मैं बहुत प्यार करती हूं।