पाकिस्तानी गायक आतिफ असलम की दुनियाभर में बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है। आतिफ के गाने भारत में भी पसंद किए जाते हैं। अपनी दिलकश आवाज से लोगों के दिलों में जगह बनने वाले आतिफ का एक वीडियो सामने आया है, जिसकी वजह से उनकी खूब तारीफ हो रही है। दरअसल पिछले हफ्ते उन्होंने बांग्लादेश में एक कॉन्सर्ट में परफॉर्म किया था। इस दौरान एक फैन बीच में ही स्टेज पर आ गई और उन्हें लाइव देखकर भावुक हो गई।
वीडियो में फैन सिक्योरिटी तोड़ स्टेज पर आकर फूट-फूटकर रोती नजर आईं। इसके बाद आतिफ ने फैन को चुप करते हुए उसे गले भी लगा लिया। हालांकि फैन उन्हें छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी। बाद में जब आतिफ ने फैन से हाथ मिलाया तो उसने उनका हाथ चूम लिया। इस पर सिंगर ने बहुत ही प्यारा रिएक्शन दिया और शांत रहे। सिक्योरिटी गार्ड ने फैन को कसकर पकड़ते हुए स्टेज से सुरक्षित नीचे उतार दिया। जब उसे नीचे ले जाया गया तो आतिफ उसकी ओर देखकर मुस्कुराते दिखे।
फैंस आतिफ की शालीनता पर मंत्रमुग्ध हो गए। उन्हें यह देख अच्छा लगा कि आतिफ ने उस महिला पर जरा भी गुस्सा नहीं किया बल्कि उससे बहुत प्यार से पेश आए। आतिफ करीब 7 साल के बाद फिल्म 'एलएसओ90' के साथ बॉलीवुड में वापसी कर रहे हैं। आतिफ ने 'तेरा होने लगा हूं', 'तेरे संग यारा', 'मैं रंग शरबतों का' और 'दिल दियां गल्ला' समेत कई लोकप्रिय गाने गाए हैं।
मैंने बस अपने बेटे को जन्म दिया है, मां तो मेरे हसबैंड हैं : रुपाली गांगुलीरुपाली गांगुली कई सालों से मनोरंजन जगत में जमी हुई हैं। वह छोटे पर्दे पर कई यादगार भूमिकाएं निभा चुकी हैं। रुपाली इन दिनों स्टार प्लस के फैमिली ड्रामा ‘अनुपमा’ में नजर आ रही हैं, जो टीआरपी में कई सप्ताह तक नं.1 शो रहा है। इसमें रुपाली ने एक ऐसी मां का रोल निभाया है जो अपने बच्चों के लिए कुछ भी कर सकती हैं। हालांकि असल जिंदगी में रुपाली का बेटा उनके पिता के ज्यादा करीब है।
रुपाली काम में काफी बिजी रहती हैं ऐसे में उनके पति बेटे का ज्यादा ख्याल रखते हैं। रुपाली को मलाल है कि वह परिवार के साथ ज्यादा वक्त नहीं गुजार पातीं। रुपाली ने ईटाइम्स से बातचीत में कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि मेरे बेटे के पिता ऐसे हैं जो उसकी देखभाल इतनी अच्छी तरह कर पा रहे हैं। वह हमारे बेटे को मां की कमी महसूस नहीं होने देते। वह मुझसे बेहतर मां हैं। मैंने बस अपने बेटे को जन्म दिया है, मां तो मेरे हसबैंड हैं।
हां पर मुझे कभी-कभी बुरा लगता है जब हम दोनों साथ बैठे होते हैं और वह आकर बोलता है, पापा मैं ये करना चाहता हूं। उस वक्त आपको अलग-थलग सा लगता है। मुझे लगता है, अरे मैं भी हूं यहां। कुछ चीजें हैं जो माएं करती हैं लेकिन उन चीजों के लिए वह अपने पिता के पास जाता है, मुझे बुरा लगता है कि मैं यहां हूं फिर भी। लेकिन ठीक है वह हमारे बेटे की इतनी अच्छी परवरिश कर रहे हैं।