पूर्व मिस वर्ल्ड डायना हेडन ने 1997 में जीते गए अपने खिताब पर सवाल करने के लिए त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब की आलोचना करते हुए कहा कि यह ‘‘ आहत करने वाला है ’’ और गेहुंए रंग को लेकर भारतीयों की सोच का पता चलता है जबकि उन्हें इसपर गर्व होना चाहिए। अभिनेत्री ने कहा कि वह बचपन से ही उस बनी बनायी मानसिकता से लड़ती रही है जिसमें ‘‘ गोरे रंग ’’ को प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने ‘‘ मेरे मिस वर्ल्ड के खिताब जीतने के खिलाफ कड़ी टिप्पणी की गयी ’’ शीर्षक वाले एक बयान में कहा कि यह विडंबनापूर्ण है कि गेहुएं रंग वाले भारतीय सौंदर्य को बढ़ावा देने के लिए ’’ उनकी आलोचना की जाए।
डायना ने पीटीआई – भाषा को दिए एक बयान में कहा , ‘‘ यह दुख और शर्म की बात है कि आप दुनिया की सबसे बड़ी एवं सबसे सम्मानित सौंदर्य प्रतियोगिता जीतते हैं और देश का सम्मान बढ़ाने एवं गेहूएं रंग वाली भारतीय सुंदरता को बढ़ावा देने के लिए सराहे एवं सम्मानित किए जाने के बजाए आपकी आलोचना की जाती है , आपको नीचा दिखाया जाता है। ’’
बता दे, बिप्लब ने 21 साल पहले डायना हेडेन को मिस वर्ल्ड चुने जाने पर सवाल उठाया है। बिप्लब ने एक कार्यक्रम में कहा- सौंदर्य प्रतियोगिताओं के आयोजन में इंटकनेशनल मार्केटिंग माफिया हैं जो देश में बड़े बाजार को निशाना बना रहे है। 1994 से 1999 लगातार पांच साल तक हमने मिस वर्ल्ड या मिस यूनिवर्स का खिताब जीता है। इस लिस्ट में एक नाम डायना हेडेन का भी है। क्या आपको लगता है कि उन्हें यह खिताभ जीतना चाहिए था।
1997 में मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता की प्रक्रिया को वह समझ नहीं पाए हैं। आगे सीएम ने कहा हम महिला को देवी लक्ष्मी, सरस्वती के रूप में देखते हैं। ऐश्वर्या राय भारतीय महिला की प्रतिनिधि हैं। वह मिल वर्ल्ड बनी है तो यह निर्णय बिलकुल ठीक था। लेकिन मैं डायना की खूबसूरती को समझ नही पा रहा हूं। उन्होंने यह सब हमारे बाजारों में कब्जा करने के लिए किया था। हमारे देश के मार्केट कब्जा चुके हैं और अब यहीं काम वह कहीं और कर रहे हैं।’
डायना ने कहा कि उन्हें पता है कि मुख्यमंत्री ने उनकी तुलना ऐश्वर्या से क्यों की और पूर्व मिस वर्ल्ड प्रियंका चोपड़ा या मौजूदा मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर से क्यों नहीं की।
उन्होंने कहा , ‘‘ यह साफ है कि उन्होंने हमारे रंग में अंतर होने की वजह से मेरी तुलना ऐश ( ऐश्वर्या ) से की और प्रियंका या मौजूदा मिस वर्ल्ड मानुषी से नहीं की। उन्हें शर्म आनी चाहिए क्योंकि हमारा खूबसूरत गेहुंआ रंग हमारे लिए गर्व का विषय है। ’’