बॉम्बे हाईकोर्ट ने सेंसर बोर्ड से कहा: कंगना रनौत की 'इमरजेंसी' की रिलीज पर एक हफ्ते में लें फैसला

कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी के सर्टिफिकेशन मामले में गुरुवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से कहा है कि वह फिल्म को जल्द से जल्द सर्टिफिकेट देने पर फैसला ले। इस मामले पर अगली सुनवाई 25 सितंबर को होगी। इस साल की शुरुआत में ट्रेलर रिलीज होने के बाद से ही कंगना की फिल्म सुर्खियों में है। फिल्म में अभिनेत्री पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभा रही हैं।

फिल्म की रिलीज से कुछ दिन पहले इमरजेंसी के निर्माताओं ने बॉम्बे हाई कोर्ट में अपील कर अपनी फिल्म के लिए सर्टिफिकेशन की मांग की। अपने फैसले में, हाई कोर्ट ने कहा कि वह सेंसर बोर्ड को सर्टिफिकेशन देने का निर्देश नहीं दे सकता क्योंकि यह मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के फैसले का खंडन करेगा। मध्य प्रदेश कोर्ट ने सीबीएफसी को निर्देश दिया कि वह सिख समूहों के प्रतिनिधित्व को सुने जिन्होंने उसके समक्ष याचिका दायर की थी।

इस सप्ताह की शुरुआत में चंडीगढ़ की एक अदालत ने कंगना और अन्य को एक शिकायत पर नोटिस जारी किया था, जिसमें उन पर अपनी आगामी फिल्म में सिखों की छवि खराब करने का आरोप लगाया गया था। चंडीगढ़ जिला अदालत ने अधिवक्ता रविंदर सिंह बस्सी द्वारा दायर याचिका पर नोटिस जारी किए, जो एनजीओ लॉयर्स फॉर ह्यूमैनिटी के अध्यक्ष भी हैं। प्रतिवादियों को 5 दिसंबर तक अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है।

कंगना रनौत द्वारा लिखित और निर्देशित, इमरजेंसी में अनुपम खेर, महिमा चौधरी, मिलिंद सोमन, श्रेयस तलपड़े, विशाक नायर और दिवंगत सतीश कौशिक भी मुख्य भूमिकाओं में हैं। ज़ी स्टूडियोज़ और मणिकर्णिका फ़िल्म्स द्वारा निर्मित, इस फ़िल्म का संगीत संचित बलहारा ने दिया है और पटकथा और संवाद रितेश शाह ने लिखे हैं।

इमरजेंसी की कहानी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जीवन के इर्द-गिर्द घूमती है और कंगना दिवंगत राजनेता की मुख्य भूमिका निभा रही हैं। पूर्व प्रधानमंत्री ने 1975 में देश में आपातकाल लगा दिया था।