‘जीरो’ की प्रोडक्शन कम्पनी ने दिया गुरुद्वारा सिख प्रबन्धक कमेटी को जवाब

शाहरुख खान की ‘जीरो’ पर प्रदर्शन से पूर्व कानूनी दांवपेच चल रहे हैं। 29 नवंबर को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) ने शाहरुख खान की प्रोडक्शन कम्पनी को एक कानूनी नोटिस भेजा था जिसमें कहा गया था कि उन्होंने सिख धर्म की भावनाओं को आहत किया है। फिल्म के जिन दृश्यों से भावनाएँ आहत हुई हैं, उन्हें हटा दिया जाए।

शाहरुख की प्रोडक्शन हाउस कंपनी रेड चिलीज एंटरटेनमेंट ने सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) द्वारा दिए गए कानूनी नोटिस पर जवाब दिया है। समिति ने आरोप लगाया था कि शाहरुख खान अभिनीत आगामी फिल्म ‘जीरो’ में एक आपत्तिजनक दृश्य है, जिससे कथित रूप से सिख समुदाय की भावना आहत हुई है। जिसमें एक प्रोमो और पोस्टर में शाहरुख खान अंडरगारमेंट में हैं और गटका कृपाण धारण किए नजर आए हैं, जो एक सिख धार्मिक प्रतीक है। इस पर रेड चिलीज एंटरटेनमेंट का कहना है कि फिल्म में जो दिखाया गया है वह विभिन्न समुदाय के लोग इस्तेमाल करते हैं और वह सिर्फ एक कटार है ‘कृपाण’ नहीं।

रेड चिलीज एंटरटेनमेंट ने ‘जीरो’ फिल्म से कृपाण सीन को हटाने की मांग करने वाली हाईकोर्ट में दायर याचिका पर अपना हलफनामा दायर कर दिया है। उनका मानना है कि फिल्म के इस सीन में दिखाया गया है कि शाहरुख ने शादी का कॉस्ट्यूम पहन रखा है और उसके हाथ में चमकीली कटार भी है, जिसका इस्तेमाल विभिन्न समुदाय के लोग करते हैं। इस तथ्य के बावजूद कि फिल्म और इसके पोस्टर में जो कटार दिखाई गई है वह सिर्फ एक कटार है ‘कृपाण’ नहीं। प्रतिवादी ने इस सीन में बदलाव करने के लिए कदम उठा लिए हैं। जिस सीन पर आपत्ति दर्ज कराई गई है, उसमें बदलाव कर दिया गया है और शादी में इस्तेमाल होने वाली तलवार दिखा दी गई है।

बता दें, रेड चिलीज एंटरटेनमेंट ने 29 नवंबर को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) से मिले कानूनी नोटिस के खिलाफ गुरुवार को दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। बॉलीवुड के प्रोडक्शन हाउस ने अदालत में दाखिल कैविएट में बिना उसे कोई जानकारी दिए और कंपनी का पक्ष सुने बिना कोई कार्रवाई नहीं करने का अनुरोध किया था।

इससे पहले, डीएसजीएमसी के महासचिव व भारतीय जनता पार्टी के विधायक मजिंदर सिंह सिरसा ने ‘जीरो’ के निर्देशक आनंद एल.राय और शाहरुख खान से ‘आपत्तिजनक दृश्य’ को फिल्म से हटाने के लिए कहा था और सिख समुदाय की भावनाएं आहत करने के लिए दिल्ली पुलिस से दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का अनुरोध किया था।

(इनपुट एजेंसी से)